31 जुलाई 2021 | हरियाणा बोर्ड के बाद शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने भी 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। दोनों ही बोर्ड में हिसार जिले के कुल 23619 बच्चों ने 12वीं की परीक्षा पास कर ली है। इसमें हरियाणा बोर्ड के 18043 व CBSE बोर्ड के 5576 विद्यार्थी शामिल हैं। लेकिन अब उनके सामने कॉलेज में दाखिला लेने की चुनौती है। बच्चे इस बात को लेकर ज्यादा चिंतित हैं कि उनका एडमिशन पसंदीदा कॉलेज या कोर्स में हो पाएगा या नहीं। मेरिट के आधार पर पसंदीदा कॉलेज में दाखिला न मिले, लेकिन छात्रों को दाखिले के लिए चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
एजुकेशन सिटी हिसार में गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी, अलग-अलग कॉलेज, आईटीआई, पॉलिटेक्निक में करीब 24 हजार सीटें हैं, जो हर बच्चे का दाखिला सुनिश्चित करने के लिए काफी हैं। जिले के 25 सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में अलग-अलग संकाय की 12 हजार सीट हैं। इसके अलावा जिले में कुल 6 पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं, जिनमें 20 कोर्स की 3000 सीट हैं। इसके इलावा 12 आईटीआई में 6284 सीट हैं। 2000 डीएड, नर्सिंग, वीएलडीए की सीट हैं।
काउंसलिंग से लेकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन सब कुछ ऑनलाइन
कॉलेज एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को कॉलेज कैंपस में जाने की जरूरत नहीं है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी ऑनलाइन होगा। फीस भी ऑनलाइन जमा होगी। विद्यार्थियों को आवेदन फार्म व डॉक्यूमेंट की हार्ड कॉपी कॉलेज में जमा कररवाने की जरूरत नहीं है। सबजेक्ट कॉम्बिनेशन के आधार पर फीस की रसीद जनरेट होगी। विद्यार्थी 5 कॉलेजों का एडमिशन के लिए चयन कर सकता है।
यूजर आईडी व पासवर्ड याद रखें विद्यार्थी
कॉलेज एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को एक यूजर आईडी व पासवर्ड प्राप्त होगा। ये दोनों विद्यार्थियों को याद रखने बहुत ही जरूरी हैं। आवेदन फार्म में अपडेट करने, गलती ठीक करने, फीस भरने, सबजेक्ट चेंज करने के लिए व अन्य आवश्यक कार्यों के लिए हर बार यूजर आईडी पासवर्ड की जरूरत पड़ेगी।
एक मोबाइल नंबर पर एक ही आवेदन करें
कॉलेज एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को अपना पसर्नल मोबाइल नंबर ही आवेदन करना होगा। एक मोबाइल नंबर पर एक ही आवेदन करें। एडमिशन नोडल अफसरों का कहना है कि आवेदन में आने वाली त्रुटियों की जानकारी उसी नंबर पर दी जाएगी। अगर एक मोबाइल नंबर को कई विद्यार्थी इस्तेमाल करते हैं तो सूचना देने में अव्यवस्था रहेगी। इसलिए हर विद्यार्थी का अपना पसर्नल मोबाइल नंबर होना जरूरी है।
Source;-“दैनिक भास्कर”