• April 18, 2024 8:56 am

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट में डूबा 6 साल का बच्चा- रेस्क्यू टीम ने गंगा से निकाला तो चल रही थी श्वांस, ट्रॉमा सेंटर में हुई मौत

20 अक्टूबर 2021 | वाराणसी में गंगा किनारे दशाश्वमेध घाट पर स्नान करने के दौरान एक 6 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई। नागपुर से बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन को आया एक दंपत्ति अपने बच्चे को घाट पर बिठाकर नहा रहे थे। अचानक से बच्चा भी नहाने के लिए आगे बढ़ा और पैर फिसलकर पानी में डूब गया। मां ने पीछे मुड़कर देखा तो बच्चे का कोई अता-पता नहीं। इस दौरान जब उसने चीखना-चिल्लाना शुरू किया तो वहां पहुंचे स्थानीय मल्लाहों और गोताखोरों समेत ​​​अनूप साहनी तुरंत पानी में डूबे, मगर बच्चे का पता नहीं चल सका।

NDRF और जल पुलिस भी पहुंची

सूचना लगते ही मौके पर पहुंची जल पुलिस और NDRF की टीम ने भी पानी में छानबीन शुरू की मगर बच्चे का कुछ पता नहीं चल सका। हालांकि थोड़ी ही देर में नाविक अनूप साहनी बच्चे को गंगा में रेस्क्यू किया। इस दौरान बच्चे की श्वांस चल रही थी तो एक पास के अस्पताल में भर्ती किया गया। सुधार न होने पर उसे वहां से BHU के ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया गया। अफसोस देर होने की वजह से डॉक्टर बच्चे की जान नहीं बचा सके।

वहीं वहां पर बच्चे के मां-बाप बदहवास होकर जोर-जोर से रोने लगे। मां-बाप ने बच्चे का पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया। वहीं उचित कार्यवाही के बाद बच्चे के शव को परिजन को सौंप दिया जाएगा। मृतक बच्चे का नाम कन्हैया पांडे था। पिता विजय पांडे महाराष्ट्र के नागपुर में वाटर रिंग में रहते हैं।

बनारस का ट्रैफिक जाम भी जानलेवा

प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताया जा रहा है कि स्थानीय अस्पताल ने बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर तो रेफर कर दिया। मगर रास्ते में पड़ने वाले दुरुह जाम की वजह से एंबुलेंस समय से नहीं पहुंची और बच्चे को बचाया नहीं जा सका। दरअसल, कई बार तो मरीजों की एंबुलेंस में ही जान चली जाती है। बनारस का ट्रैफिक सिस्टम इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है। यहां पर VVIP के लिए तो रूट क्लियर हो जाएगा, मगर मर रहे मरीजों की कोई नहीं चुनता। एंबुलेंस के लिए कोई अलग रूट नहीं है। आम वाहनों की तरह से ही एंबुलेंस भी धीरे-धीरे आगे खिसकती है।

Source :- दैनिक भास्कर

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