• January 15, 2025 7:30 pm

लाखों रूपये ठगी करने वाला फरार आरोपी 2 साल बाद गिरफ्तार

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रायपुर। प्रार्थी शौर्यशील वर्मा ने थाना न्यू राजेन्द्र नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह अमलीडीह रायपुर में निवास करता है। प्रार्थी ने मेमर्स प्रेम कन्स्ट्रक्शन के पायल जैन, आशीष जैन, विकास जैन से मकान नं. 35 अमलीडीह प.ह.नं.रा.नि.म रायपुर 1 वार्ड क्रमांक 46 डां.राजेन्द्र प्रसाद वार्ड स्थित खुशी वाटिका में खसरा क्रं.250/12,251/17 का भाग 1250 वर्गफुट जिसमें मकान बना हुआ है का क्रय दिनांक 17/06/2008 को बैनामा पंजीकरण कराया था तथा उक्त भवन का दाखील खारिज भी कराया था। प्रार्थी का स्थानांतरण वर्ष 2011 में मेरा
स्थानांतरण हैदराबाद से चेन्नई हो गया जिसके कारण उसने इस दरमियान अपने मकान सं. 35 खुशी वाटिका को एक स्थानीय परिवार को किराये पर दे रखा था। किरायेदार ने दिसम्बर 2016 को आवास खाली कर उसकी चाबी प्रार्थी को दे दी। किरायेदार द्वारा अक्टूबर 2015 में प्रार्थी को अवगत कराया गया कि मेसर्स इंडियाबुल्स बैंक द्वारा उसके मकान में नोटिस चस्पा किया गया है जो ऋण आदायगी के संबंध में हे। सूचना पर प्रार्थी बिल्डर आशीष जैन, पायल जैन, विकास जैन व मसर्स इंडियाबुल्स बैंक रायपुर से संपर्क कर सच्चाई का पता लगाया तो मेसर्स इंडियाबुल्स बैंक द्वारा प्रार्थी को बताया गया। भवन सं 35 खुशी वाटिका पायल जैन (पत्नी आशीष जैन बिल्डर) के नाम से पंजीकरण है तथा बैंक में मार्गेज कर रूपये 12,50,000/- का ऋण पायल जैन ने प्राप्त किया है।
चूंकि पायल जैन, आशीष जैन, विकास जैन एंव आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के तत्कालीन ऋण स्वीकृति अधिकारी ने सामूहिक रूप से यह जानते हुए कि भवन संख्या 35 पायल जैन के नाम से पंजीकृत है और मेसर्स इंडियाबुल्स बैंक में मार्गेज है के तथ्य को जानबूझ कर छिपातें हुए प्रार्थी एवं उसकी पत्नी के नाम बैनामा पंजीकृत कराया तथा कूटरचित सर्च दस्तावेज आई.सी.आई.सी.आई. बैंक को प्रस्तुत कर प्रार्थी को मकान क्रय हेतु रूपयें 19,50,000/-का लोन दिलाया गया था। प्रार्थी को बिल्डर्स प्रेम कन्स्ट्रक्शन के द्वारा तथा पायल जैन, आशीष जैन, विकास जैन एंव आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के तत्कालीन ऋण स्वीकृति अधिकारी सम्मलित रूप से मिल कर छल करते हुए पूर्व में मार्गेज भवन को प्रार्थी को विक्रय कर ठगी किया गया है। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध
थाना न्यू राजेन्द्र नगर में अपराध क्रमांक 148/2022 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी न्यू राजेन्द्र नगर के नेतृत्व में थाना न्यू राजेन्द्र नगर पुलिस की टीम द्वारा तत् समय घटना के संबंध में प्रार्थी तथा उसकी पत्नी से विस्तृत पूछताछ करते हुए आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया था। प्रकरण में आरोपी आशीष जैन दिनांक घटना से लगातार फरार चल रहा था, जिसकी टीम के सदस्यों द्वारा लगातार पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान आरोपी आशीष जैन की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई जिस पर थाना प्रभारी न्यू राजेन्द्र नगर के नेतृत्व में थाना न्यू राजेन्द्र नगर पुलिस की टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी आशीष जैन को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध कार्यवाही की गई है।


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