28 सितम्बर 2022 | समाजवादी पार्टी पांच साल बाद अपना राज्य व राष्ट्रीय सम्मेलन करने जा रही है। राज्य सम्मेलन का उद्धाटन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को सुबह 10 बजे रमाबाई अम्बेडकर मैदान में करेंगे। अगले दिन राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन भाषण भी उन्हीं के द्वारा होगा। इसमें अखिलेश यादव की दुबारा अध्यक्ष पद पर ताजपोशी तो होगी ही, साथ ही मिशन 2024 के लिए रोडमैप भी बनेगा। इस आयोजन में सपा पिछड़ों व दलितों व अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव में इन मुद्दों का खास तौर जिक्र होगा।
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मेलन में संगठनात्मक चुनाव कर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट कर संगठन और जनता की ताकत से भाजपा की एकाधिकारी सत्ता को उखाड़ फेकने का संकल्प लेगी।
इस सम्मेलन में भाजपा की केंद्र व यूपी की सरकार के विकास कार्यों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैये के जिक्र के साथ वर्तमान राजनीतिक आर्थिक परिदृश्य पर भी चर्चा होगी। अखिलेश यादव का मानना है कि भाजपा ने देश-प्रदेश के पूरे राजनीतिक वातावरण को प्रदूषित कर दिया है। समाज में नफरत और समाज को बांटने वाली ताकतों ने लोकतांत्रिक मूल्यों का खत्म करने की कुचेष्टा की है। समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रदेश में विकास के जो भी कार्य और योजनाएं प्रारम्भ हुई थी, उनको भाजपा ने बर्बाद कर दिया है और उनका नाम बदल कर अपने नाम की तख्ती लगा ली गई है।
सपा के सम्मेलन में रामगोपाल यादव व अन्य बड़े नेता लखनऊ पहुंच गए हैं। इसमें राज्य के बने सदस्यों में 15 प्रतिशत व राष्ट्रीय संगठन के 10 प्रतिशत डेलीगेट के रूप में भाग लेंगे। उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, तमिलनाडू आदि राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
सोर्स:–” हिंदुस्तान”