• March 29, 2024 2:32 am

अमरनाथ हादसा: पीड़ित परिवारों से मिले सीएम केजरीवाल, 10-10 लाख की सहायता और बच्चों को अच्छी शिक्षा का ऐलान

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11जुलाई 2022 जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ गुफा के पास बादल फट गया। इसमें 16 लोगों की मौत हो गई जबकि 40 से ज्यादा लोग लापता हैं। सुरक्षाबलों ने बचाव कार्य खत्म कर लिया है। इस हादसे में दिल्ली की रहने वाली बीरमती और प्रकाश नाम की दो महिलाओं की भी मौत हो गई। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं जाहिर की। उन्होंने परिवार को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।

सीएम केजरीवाल ने सोमवार को स्वर्गवासी बीरमती और प्रकाशी के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का ऐलान किया। केजरावील ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली की रहने वाली बीरमती जी और प्रकाशी जी का अमरनाथ जी की यात्रा पर बादल फटने से स्वर्गवास हो गया। मैं अभी उनके परिवारों से मिला। हर परिवार को दस लाख रुपए की सहायता देंगे। उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा का इंतजाम करेंगे। और जो भी मदद होगी करेंगे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’

आज श्रीनगर से फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा 

अमरनाथ हादसे के बाद पहलगाम के नुनवान आधार शिविर से अस्थायी रूप से स्थगित अमरनाथ यात्रा सोमवार से फिर से शुरू हो गई है। इस दौरान हेलिकॉप्टर बालटाल और नुनवान दोनों तरफ से उपलब्ध होंगे। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अधिकारी ने रविवार की देर रात यह जानकारी दी थी। दूसरी ओर, जम्मू से अमरनाथ यात्रा अभी स्थगित ही रहेगी। खराब मौसम की वजह से प्रशासन ने रविवार सुबह जम्मू से अमरनाथ की यात्रा स्थगित कर दी थी। किसी भी नए जत्थे को यहां से दक्षिण कश्मीर स्थित गुफा मंदिर के आधार शिविरों में जाने की अनुमति नहीं दी गई। एक दिन पहले यहां से छह हजार श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ था।

अमरनाथ गुफा के निकट शुक्रवार को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ के कारण 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 48 लोग लापता हैं। एक अधिकारी ने कहा, खराब मौसम के कारण जम्मू से कश्मीर में दो आधार शिविरों के लिए अमरनाथ यात्रा स्थगित की गई है। किसी भी नए जत्थे को अमरनाथ की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। 43 दिवसीय तीर्थयात्रा 30 जून को दो मार्गों से शुरू हुई। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के पहलगाम में नुनवान से 48 किलोमीटर का पारंपरिक मार्ग है जबकि दूसरा मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग 14 किलोमीटर छोटा है। अब तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में पूजा की है। यह यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर खत्म हो जाएगी।

Source;-“हिंदुस्तान”


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