• March 28, 2024 4:45 pm

पेरेंट्स की जेब पर एक और बोझ-स्कूल बसों की बढ़ी फीस, एक हजार की जगह देने होंगे 1400 रुपए

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18 अक्टूबर 2021 | कोविड का प्रभाव कम होते ही स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर ऑफलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है। सोमवार से पूरी क्षमता के साथ बच्चों को स्कूल बुलाया गया है। ऐसे में पेरेंट्स पर जहां स्कूलों द्वारा पूरी स्कूल फीस देने का दबाव बनाया जा रहा है। वहीं, स्कूल बसों की फीस 40 प्रतिशत बढ़ने से पेरेंट्स पर अब बोझ और बढ़ गया है। यानि, जिन पेरेंट्स के तीन बच्चे स्कूल बस में सफर करते हैं, उन्हें यह भुगतान देना मुश्किल हो जाएगा।

कई स्कूलों में स्कूल बस का किराया एक बच्चे का मंथली एक हजार से दो हजार तक का है। बता दें कि स्कूल बस ऑपरेटर वेल्फेयर एसोसिएशन की ओर से कोविड के दौरान स्कूल बसें न चलने, टैक्स, परमिट, पासिंग व स्कूल बसों की लोन की किश्तें भरने व डीजल के दाम लगातार बढ़ने आदि के चलते स्कूल बस फीस बढ़ाने का फैसला लिया गया था। यह फीस पहले 50 प्रतिशत तक बढ़ाई जानी थी। लेकिन, पेरेंट्स की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे 40 प्रतिशत बढ़ाया गया है।

पेरेंट्स ने स्कूल जाने के लिए बच्चों को दिए वाहन, बसों में बच्चों की संख्या घटने से बढ़ाया किराया

कोविड का प्रभाव कम होने के बाद स्कूल खोलने के आदेश जारी किए गए। लेकिन, कोविड की तीसरी लहर के चलते पेरेंट्स अभी भी बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते। जो पेरेंट्स बच्चों को बसों में स्कूल भेजते थे अब वह दो पहिया वाहन या साइकिल पर आ रहे हैं। इससे स्कूल बसों में सफर करने वाले बच्चों की संख्या कम हो गई है। जिस स्कूल बस में 25 के करीब बच्चे बैठते थे, वह संख्या अब कम होकर 10-12 तक ही रह गई है।

महंगाई को देख लेना पड़ा फैसला

स्कूल बस ऑपरेटर वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान इंदरजीत सिंह रिक्की ने बताया कि बढ़ रही महंगाई को देखते हुए एसोसिएशन को यह फैसला लेना पड़ा। यह प्रस्ताव स्कूलों में भी दिया गया था, जिसे स्कूलों ने भी माना है। कोविड के कारण स्कूल बस मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और इस नुकसान को पूरा करने के लिए ही काफी समय लग जाएगा।

खर्च निकालना हुआ मुश्किल

स्कूल बस ऑपरेटर वेल्फेयर एसो. से गुरविंदर सिंह रिंपी ने बताया कि स्कूल बस फीस बढ़ाने पर पेरेंट्स की ओर से कई फोन भी आए और एतराज भी जताया है। मंहगाई में बसों व घरों के खर्च निकालना तक मुश्किल हो गया है। जो गरीब परिवार से संबंधित बच्चे हैं उन्हें वह शुरू से ही छूट देते आए हैं। कोविड के दौरान कई मैजिक बसें भी चलनी बंद हो गई हैं।

स्कूल बस मालिकों को अभी नहीं बढ़ानी चाहिए फीस

पेरेंट्स एसोसिएशन से रजिंदर घई ने बताया कि अभी लोगों के काम इस रफ्तार से चलना शुरू नहीं हुए हैं कि स्कूल बस मालिकों द्वारा बढ़ाई फीस को दे सके। स्कूल की ओर से फीस जमा करवाने और एनुअल फंड की भी मांग कर रहे हैं। जिसे पेरेंट्स देने में असमर्थ है। वे बसों का इतना किराया कैसे भर सकेंगे। इसलिए स्कूल बस मालिकों को फीस अभी नहीं बढ़ानी चाहिए।

Source ;- दैनिक भास्कर


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