13 अप्रैल2022 | टेक्निकल फील्ड में डिग्री-डिप्लोमा कर जॉब खोजने वाले हजारों यूथ मिल जाएंगे, लेकिन हम आपको ऐसे आईआईटियंस गोल्ड मेडलिस्ट कपल के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने डेढ़ करोड़ के पैकेज की जॉब छोड़ दी। बेंगलुरु में जॉब के बाद दोनों उज्जैन में डेढ़ एकड़ जमीन पर पर्मा कल्चर फार्मिंग कर रहे हैं। वे फल, सब्जियां, दालें और अनाज उगा रहे हैं। एग्रो टूरिज्म के कल्चर को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने सोशल साइट्स पर ब्लॉगिंग और चैनल बनाए हैं। ये कपल हैं अर्पित माहेश्वरी और साक्षी माहेश्वरी।
मैं और मेरी पत्नी दोनों IIT से कंप्यूटर इंजीनियर हैं। हम 2016 में दक्षिण अमेरिका की यात्रा पर गए थे। तब हम अपनी नौकरी से एक साल की लीव पर थे। इस दौरान दुनिया के सबसे खूबसूरत जंगलों, द्वीपों और पहाड़ों पर देखा कि विकास और आधुनिकीकरण के नाम पर हमने बिना सोचे प्रकृति का कितना शोषण किया है। डेवलपमेंट के नाम पर लाखों पेड़ों की बलि देकर सीमेंट-कंक्रीट के जंगल खड़े किए जा रहे हैं। ज्यादा उपज के चक्कर में बेतहाशा पेस्टिसाइड्स का यूज किया जा रहा है। हमें लगा कि ऐसा ही चलता रहा, तो आने वाले समय में प्रकृति खतरे में पड़ जाएगी। इस सोच ने हमें अंदर से झकझोर कर रख दिया।
उसी समय तय कर लिया कि हमें अपना बाकी जीवन प्रकृति के साथ तालमेल बैठाने के बेहतर तरीके की तलाश में बिताना है। हमें ये नहीं पता था कि क्या करेंगे और कैसे करेंगे, लेकिन इतना तो तय हो गया था कि कुछ अलग करने की जरूरत है। करोड़ों के पैकेज को छोड़कर हम निकल पड़े एक नई दुनिया बसाने, जहां पैसे और स्टेटस से ज्यादा जरूरी रहेगा हमारा स्वास्थ्य और खुशी। इसके बाद हमने नौकरी छोड़कर प्रकृति से जुड़ने के लिए स्थाई खेती करने का फैसला कर लिया।
Source;- ‘’दैनिकभास्कर’’