27-जुलाई-2021 | लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने अपने पत्र में यह भी कहा कि विवादित सीमा पर हिंसा लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमारे संवैधानिक तंत्र की असफलता है। उन्होंने कहा, ‘यह केवल सीमा पर शांति की विफलता नहीं है, बल्कि अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य की संवैधानिक मशीनकी की नाकामी है।’ बता दें कि सोमवार को दोनों राज्यों की पुलिस के बीच हुए हिंसक टकराव में कम से कम छह लोगों की जान चली गई थी और 50 अन्य घायल हुए थे।
गोगोई ने पत्र में लिखा है कि असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद काफी लंबे समय से चल रहा है और हालिया घटनाओं ने इसे और अधिक गंभीर बना दिया है। दोनों ही राज्य एतिहासिक आधार पर जमीन पर अपना-अपना दावा करते हैं, इससे केवल तनाव ही बढ़ता है। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि उचित कार्रवाई के लिए इस मामले को तत्काल संज्ञान में लें। सरकार को असम की सीमाओं पर सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करनी चाहिए।’
शाह के उत्तर-पूर्वी राज्यों के दौरे को बताया विफल
इससे पहले एक ट्वीट में गोगोई ने कहा था असम के मुख्यमंत्री को अपने नेडा (उत्तर-पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन) समकक्षों के साथ बचकाने ‘ट्विटर युद्ध’ में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि गृह मंत्री अमित शाह की हालिया उत्तर-पूर्व भारत की यात्रा पूरी तरह से विफल रही है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने हाल ही में उत्तर-पूर्वी राज्यों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने उत्तर-पूर्व के आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक भी की थी।
|Source;-अमर उजाला