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असम: दीमाचांग इलाके में NLFB का एक उग्रवादी एनकाउंटर में हुआ ढेर, हथियार भी हुए बरामद

ByPrompt Times

Jul 13, 2021

13-जुलाई-2021 | असम के उदलगुड़ी जिले में मंगलवार को पुलिस मुठभेड़ में नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NLFB) का एक उग्रवादी मारा गया. विशेष पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह (Director General G P Singh) ने बताया कि एक सूचना के आधार पर पुलिस ने मजबूत पुलिस थाना अंतर्गत दीमाचांग में अभियान चलाया और संगठन के स्वयंभू उदलगुड़ी जिला कमांडर को मुठभेड़ में मार गिराया.

सिंह ने ट्वीट किया, ”आज सुबह उदलगुड़ी जिले के मजबत पुलिस थाना के दीमाचांग इलाके में पुलिस मुठभेड़ में जयफ्रुश एन ज्वंग्ख्वां मारा गया.” उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर उसके पास से एक पिस्तौल और कई कारतूस बरामद हुए हैं. मारा गया उग्रवादी पूर्व एनडीएफबी नेता एम काथा का करीबी सहयोगी था जिसने जनवरी 2020 में तीसरे बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान अन्य कई काडरों के साथ आत्मसमर्पण किया था.

लेकिन बाद में वह एनएलएफबी (NLFB) के गठन के लिए जंगल चला गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह संगठन मुख्यत: बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के तहत आने वाले जिलों में अधिकतर फिरौती में शामिल रहता है.

2016 से अब तक कुल 3,439 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है

मालूम हो कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को ही विधानसभा में कहा कि 2016 से अब तक कुल 3,439 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोरोलैंड (एनडीएफबी) पर प्रतिबंध है जबकि कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ) सक्रिय है.

बीजेपी विधायक बिस्वजीत फूकन के एक सवाल के जवाब में सरमा ने कहा कि इस साल छह जुलाई तक 1,306 हथियार, 20,722 विभिन्न गोला-बारूद, 89 बम, 599 ग्रेनेड और 121.72 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किए गए हैं. इसके अलावा, 748 हथियार और 19,299 गोला-बारूद विद्रोहियों द्वारा जमा किए गए थे, जिन्होंने अधिकारियों के सामने इन्हें सौंप दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हथियार छोड़ने वाले उग्रवादियों के पुनर्वास के लिए विशेष कदम उठाए हैं.

हर महीने 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर उग्रवादियों की केंद्र की समर्पण-सह-पुनर्वास योजना के तहत, हर महीने 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता के साथ-साथ 4 लाख रुपये की सावधि जमा राशि दी जाती है. सरमा ने कहा कि बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के बाहर के जिलों में ऐसे एनडीएफबी उग्रवादियों के लिए भी इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वर्तमान में उल्फा (वार्ता समर्थक), कुकी रिवोल्यूशनरी आर्मी (केआरए), यूनाइटेड कुकीगाम डिफेंस आर्मी (यूकेडीए), हमार पीपुल्स कन्वेंशन- डेमोक्रेटिक (एचपीसी-डी), आदिवासी पीपुल्स आर्मी (एपीए) और ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (एएएनएलए) सहित 11 उग्रवादी संगठनों के साथ बातचीत कर रही है. 

Source;-TV9 भारतवर्ष

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