सोनीपत। शहर के अशोक विहार गली नंबर-1 में रहने वाले मार्टिन मलिक ने एक बार फिर अपने परिवार वालों के साथ-साथ जिलावासियों को गौरवान्वित किया है। महज सात साल की उम्र में मार्टिन ने एक मिनट में 571 पंच लगाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। उसकी इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी ट्वीट कर शुभकामनाओं के साथ अपना आशीर्वाद दिया है। अपने ट्वीटर पर उन्होंने लिखा है कि हरियाणा के बच्चों की रग-रग में खेल एवं वीरता बसी हुई है। करीब तीन माह पहले मार्टिन ने एशिया बुक आफ रिकार्ड में अपना दर्ज कराया था।
मूल रूप से गांव बीधल निवासी मार्टिन को उसके पिता संजय मलिक खिलाड़ी बनाना चाहते हैं। वे खुद भी एथलीट रह चुके हैं। वे 100 मीटर दौड़ के खिलाड़ी थी। उन्होंने बताया कि उनकी इच्छा बेटे को विश्वस्तर का खिलाड़ी बनाने की है। उन्होंने बताया कि लाकडाउन के दौरान घरों में कैद रहने के कारण बच्चा चिड़चिड़ा न हो जाए, इसलिए उन्होंने पंचिंग बैग और ग्लब्स लाकर दिए थे।
इस पर मार्टिन प्रैक्टिस करने लगा। उसकी बाक्सिंग की स्पीड काफी अच्छी है। गौर करने पर पता चला कि वह एक मिनट में 500 से ज्यादा बार पंच लगा देता था। जब उन्होंने इस संबंध में छानबीन की तो पता चला कि वह वर्ल्ड रिकार्ड के करीब है। इस पर उन्होंने मार्टिन के प्रैक्टिस पर ध्यान देना शुरू किया और विधिवत रूप से उसे प्रशिक्षण भी देना शुरू किया। फिर उन्होंने एशिया बुक आफ रिकार्ड्स और फिर गोल्डन बुक आफ रिकार्ड्स में ई-मेल के जरिए संपर्क किया और उनके निर्दशानुसार वीडियो तैयार करवा कर भिजवाई। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस की तरफ से मेडल और सर्टिफिकेट भेजा गया है। महज सात साल के मार्टिन भी पूछने पर कहते हैं कि वे बाक्सिंग में विश्व चैंपियन बनना चाहते हैं।
मार्टिन नाम के पीछे की कहानी
बेटे का नाम मार्टिन रखने के पीछे की वजह पूछने पर पिता संजय मलिक बताते हैं कि वे शुरू से चाहते थे कि उनका बेटा खिलाड़ी बने और वह औरों से बिल्कुल अलग हो। इसलिए उसका नाम भी कुछ अलग ही रखना चाहते थे। खेल की दुनिया में उन्होंने मार्टिन नाम पहले सुन रखा था और स्पीड व रेस के क्षेत्र में यह काफी प्रचलित नाम था, इसलिए बेटे का नाम मार्टिन रख दिया।