भारतीय मजदूर संघ ने कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों में 12अक्टूबर को कोल इंडिया में हड़ताल का खंडन करते हुए कहा है कि भारतीय मजदूर संघ सहित कोल इंडिया के पांच प्रमुख श्रम संगठनों के दिनांक 21/09/2020को शीर्ष नेताओं की बैठक मे कोल इंडिया और सिंगरैनी कोल कंपनी में कोल कर्मियों की मांगों को लेकर किऐ गए आंदोलनों के बाद भी प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं किये जाने के कारण कोयला मजदूरों की मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गई है ।
कोयला उद्योग में कार्यरत प्रमुख श्रम संगठनों के शीर्ष नेताओं बी एम एस के डा.बसंत कुमार राय साहब,एच एम एस के श्री नाथूलाल पांडेय जी,एटक के श्री रमेंद्र कुमार,सीटू के श्री डी डी रामानंद एवं इंटक के श्री एस क्यू जामा साहब ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा मजदूरों और किसानों के हितों के खिलाफ लगातार विरोध को नजरअंदाज कर कानून बनाया जा रहा है इसके विरोध में निम्न कार्यक्रमों की घोषणा की गई है…
1.दिनांक 30सितंबर को कोल इंडिया और सिंगरैनी कोलियरी कंपनी के सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालयों के समक्ष धरना/प्रर्दशन, गेट मीटिंग के साथ संयुक्त मोर्चा द्वारा मांग पत्र सौंपा जाएगा।
2.दिनांक 1अक्टूबर से सात अक्टूबर तक सभी खदानों, इकाइयों और कार्यालयों के समक्ष संयुक्त मोर्चा द्वारा गेट मीटिंग, जनजागरण के द्वारा मांगों का प्रचार प्रसार किया जाएगा।
3.दिनांक 8अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए संपूर्ण कोयला खदानों में विशाल धरना प्रदर्शन के साथ विरोध दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
उपरोक्त जानकारी देते हुए अखिलभारतीय खदान मजदूर संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री शंखध्वनि सिंह बनाफर ने बताया कि 12अक्टूबर के किसी भी हड़ताल के कार्यक्रम का भारतीय मजदूर संघ के शीर्ष नेताओं डा.बी के राय प्रभारी कोयला उद्योग , माननीय देवेंद्र कुमार पाण्डेय सह-प्रभारी, तथा शीर्ष नेताओं ने भ्रामक बताते खंडन किया है और तय कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त मोर्चा के चरणबद्ध कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया है।
भवदीय
शंखध्वनि सिंह बनाफर
कार्यसमिति सदस्य
अखिल भारतीय खदान मजदूर संगठन