कसडोल | छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार वन में लेमन ग्रास की खेती शुरू । शुरुआती तौर पर अर्जुनी वन परिक्षेत्र के किसानों ने लगभग 30 एकड़ में लगाये गए लेमन ग्रास । कहा जाता है कि एक बार लगाएं 5 साल तक लाखों कमाए ।
अभी कुछ दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में झारखंड में लेमन ग्रास की खेती की सराहना की. प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे यहां के लोग लेमन ग्रास की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं. उन्होंने बताया कि बिशुनपुर इलाके में 30 से अधिक समूह मिलकर लेमन ग्रास की खेती से जुड़ हुए हैं और अपना जीवन स्तर सुधार रहे हैं. लेमन ग्रास एक औषधीय पौधा है. इसका इस्तेमाल मेडिसिन, कॉस्मेटिक व डिटरजेंट में किया जाता है. आप भी लेमन ग्रास की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. आइए जानते हैं लेमन ग्रास की खेती के बारे में सबकुछ…
पीएम मोदी ने बताया कि यह लेमन ग्रास चार महीनों में तैयार हो जाता है. इस लेमन ग्रास से तेल बनाया जाता है और यह बाजार में ऊंची कीमत पर बिकता है. इसकी बाजार में काफी मांग भी है. उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग आत्मनिर्भर बनें. उन्होंने कहा कि सही अवसर से आपदा को अवसर में बदलने में बहुत मदद मिलती है.
न खाद की जरूरत और न जानवरों का डर-
लेमन ग्रास खेती में न तो खाद की जरूरत होती है और न ही जंगली जानवरों के फसल नष्ट करने की डर रहता है, इसलिए यह फसल फायदे का भी सौदा साबित हो रही है। एक बार फसल की बुवाई होने के बाद यह निरंतर पांच-छह साल तक चलती रहती है.
कब कर सकते हैं लेमन ग्रास की खेती
लेमन ग्रास लगाने का बेहतर समय फरवरी से जुलाई के बीच है. एक बार लगाने के बाद इसकी छह से सात बार कटाई होती है. एक साल में तीन से चार बार कटाई होती है. लेमन ग्रास से तेल निकाली जाती है. एक साल में एक कट्ठे जमीन से लगभग 3 से 5 लीटर तेल निकलता है. इसकी बिक्री रेट 1,000 रुपए से 1,500 रुपए है.
कब करें कटाई
लेमन ग्रास लगाने के 3 से 5 महीने बाद इसकी पहली कटाई की जाती है. लेमन ग्रास तैयार हुआ है या नहीं. इसका पता लगाने के लिए इसे तोड़कर सूंघें, सूंघने पर नींबू की तेज खुशबू आए तो समझ जाएं कि ये तैयार हो गया है. जमीन से 5 से 8 इंच ऊपर इसकी कटाई करें. दूसरी कटाई में प्रति कट्ठा 1.5 लीटर से 2 लीटर तेल निकलता है. तीन सालों तक इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ती है.
कितनी होगी कमाई
एक हेक्टेयर लेमन ग्रास की खेती में शुरुआत में 30,000 से 40,000 रुपए की लागत आती है. एक बार फसल लगाने के बाद साल में 3 से 4 बार कटाई की जा सकती है. मेंथा और खस की तरह ही लेमन ग्रास की पेराई होती है. 3 से 4 कटाई पर करीब 100 से 150 लीटर तेल निकलता है. इस तरह लेमन ग्रास से एक साल में 1 लाख से 1.60 लाख रुपए तक आमदनी हो सकती है. खर्च निकालने के बाद किसान को एक साल में 70 हजार से 1.20 लाख रुपए तक मुनाफा हो सकता है. इस संबंध में यू एस ठाकुर उप वन मंडल अधिकारी के बताया कि अर्जुनी वन परिक्षेत्र के दर्जन भर किसानों को लेमन ग्रास की खेती करने के लिए अन्य प्रान्त भेजा गया था । जिसमे से बिलारी (ज) के किसान नारद पटेल व अन्य दो किसानों ने 30 एकड़ में लेमन ग्रास की फसल ले रहे है । जो कि बलौदाबाजार वन मंडल के लिए उपलब्धि है । अब कुछ ही दिनों में मशीन लगने के बाद किसानों का उत्पादन शुरू हो जाएगा ।
नारद पटेल किसान ने कहा कि लेमन ग्रास की खेती बहुत ही सरल है । एक बार घास लगा देने के बाद हल्की सिचाई कर देते है इसके बाद कुछ भी नही डालना पड़ता है । सीधा फसल तैयार हो जाता है ।जिसका तेल 1000-1200 रुपये तक प्रति लीटर मिलता है । यदि इसकी कीमत में बढ़ोतरी हो तो इसे फसल चक्रण का रूप माना जा सकता है ।
अशोक कुमार टंडन