14-अक्टूबर-2021 | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को नवरात्र के मौके पर महाष्टमी के दिन अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर जाकर पूजा की। साथ ही उन्होंने पटना सिटी स्थित बड़ी पटनदेवी और छोटी पटनदेवी के भी दर्शन किए। उनके साथ कई मंत्री और अधिकारी भी मौजूद रहे। पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने कहा- ‘महाअष्टमी के दिन दर्शन करने के लिए हर साल यहां आते रहे हैं। पिछली बार कोरोना के कारण पूजा करने नहीं आ सका था, लेकिन इस साल फिर यहां आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।’
मां शीतला का मंदिर, बड़ी पटनदेवी और छोटी पटनदेवी मंदिर का खास है महत्व
इतिहासकारों के मुताबिक, मां शीतला का मंदिर और यहां स्थित धार्मिक कुंआ 2,500 वर्ष पूर्व से अपने स्थान पर है। मंदिर में प्रतिष्ठापित मूर्ति एक समय तुलसी मंडी में कुआं की खुदाई के समय मूर्ति खड़े रूप में मिली थी। इतिहासकारों के अनुसार सम्राट अशोक ने अपने 99 भाइयों की हत्या करवा कर इसी कुआं में डलवा दिया था। सुरक्षा के लिहाज से अब इस कुआं को ऊंचे घेरे से घेर दिया गया है। बड़ी और छोटी पटन देवी, मां के 51 शक्ति पीठों में से है। बड़ी पटनदेवी में मां सती की दक्षिण जंघा गिरी थी। छोटी पटनदेवी में मां सती की पीठ का हिस्सा गिरा था। अपनी अलग-अलग विशेषताओं के कारण की ये तीनों मंदिर भक्तों के लिए बेहद खास हैं और नवरात्रों के मौके पर यहां लाखों भक्तों की भीड़ लगती है।CM नीतीश कुमार माता का दर्शन के लिए बंगाली अखाड़ा भी पहुंचे। यहां माता का दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद बांस घाट स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा की सभी राज्यवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। यहां माता का आशीर्वाद लेने आया हूं। मां दुर्गा के आशीर्वाद से प्रदेश विकास और उन्नती करेगा।
Source;-“दैनिक भास्कर