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लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और नागरिक स्वतंत्रता के नाम पर आँसू बहाती कांग्रेस मगरमच्छ को भी लजा रही : भाजपा

ByPrompt Times

Aug 31, 2020
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क्या राहुल सोशल मीडिया पर निशाना साधकर अपने कन्फ़्यूज़्ड और खारिज़ किए जा चुके नेतृत्व की पोल ढँकने की कोशिश कर रहे हैं?
कांग्रेस लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्थाओं, संविधान और नागरिक स्वतंत्रता को लेकर राजनीतिक निर्लज्जता के प्रदर्शन की पराकाष्ठा कर रही
देश विरोधी नारों और भाषणों के पक्ष में खड़े दिखे राहुल को सोशल मीडिया पर ऐतराज जताने पर शर्म महसूस करनी ही चाहिए : साय

रायपुरभारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा है कि जिस कांग्रेस का इतिहास लोकतंत्र की हत्या और संविधान के साथ घिनौने खिलवाड़ का रहा है, आज वह कांग्रेस लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और नागरिक स्वतंत्रता के नाम पर आँसू बहाती एक मगरमच्छ को भी लजा रही है! श्री साय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी झूठ  की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पूछा है कि क्या अब वे सोशल मीडिया पर निशाना साधकर अपने कन्फ़्यूज़्ड और खारिज़ किए जा चुके नेतृत्व की पोल ढँकने की कोशिश कर रहे हैं?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के लिए हुए भूमिपूजन के मौके पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आज़ादी, लोकतांत्रिक संस्थाओं को लेकर चिंता और नफ़रत की राजनीति की चर्चा करना हास्यास्पद ही नहीं, बल्कि शर्मनाक भी है। सोनिया गांधी को पहले कांग्रेस शासन के इतिहास को अच्छी तरह खंगाल लेना चाहिए। जिस कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोपकर पूरे देश को रातो-रात ज़ेल में तब्दील कर दिया, लाखों निरपराध लोगों को महीनों ज़ेलों में निरुद्ध कर दिया, सेंसरशिप लगाकर अभिव्यक्ति की आज़ादी का गला घोंट दिया, संसद और न्यायपालिका को बंधक बनाने का शर्मनाक कृत्य किया, संविधान का मखौल उड़ाया, नफ़रत फैला-फैलाकर सांप्रदायिक तुष्टिकरण की राजनीति की, आज वह कांग्रेस लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्थाओं, संविधान और नागरिक स्वतंत्रता को लेकर अपनी राजनीतिक निर्लज्जता के प्रदर्शन की पराकाष्ठा कर रही है। श्री साय ने कटाक्ष किया कि सोनिया गांधी भवन के बजाय भावनाओं से संविधान को बचाने की बात तो कह गईं लेकिन अपने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह नसीहत उन्होंने पहले क्यों नहीं दी कि इस आपदाकाल में नए विधानसभा भवन के लिए यह उतावलापन ठीक नहीं है, भावनाओं से वे संघीय ढाँचे की रक्षा करने अपनी शपथ पूरी करें और कोरोना के ख़िलाफ़ जारी जंग को जीतने की ईमानदार कोशिश करें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों झूठ-फरेब की राजनीति ही करने में मशगूल हैं। क़ानून की चौखट पर लगातार मुँह की खाने के बाद भी उनके राजनीतिक आचरण में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। इन दिनों राहुल गांधी द्वारा फेसबुक और व्हाट्स एप जैसे सोशल मीडिया के प्लेटफार्म को लेकर की जा रही टिप्पणियों को नेतृत्वहीनता से उपजी कुंठा का परिचायक बताते हुए कहा कि फेसबुक और व्हाट्स एप पब्लिक प्रोफाइल है जहाँ जनता अपने स्वतंत्र विचार रखती है। अब जनता अगर कांग्रेस और उसके नेतृत्व के ख़िलाफ़ खड़ी नज़र आ रही है तो राहुल गांधी की घबराहट इस तरह क्यों सामने आ रही है? सोशल मीडिया को लेकर आपत्तीयाँ दर्ज़ कराने के बजाय राहुल गांधी को अपनी पार्टी और उसके नेतृत्व को मज़बूत बनाने में अपनी ऊर्जा लगानी चाहिए। श्री साय ने कहा कि जो लोग देशविरोधी नारे लगाने वालों और देश को तोड़ने की बात कहने वालों के पक्ष में खड़े होकर अभिव्यक्ति की आज़ादी की बात करते रहे हों, उन्हें सोशल मीडिया की अभिव्यक्ति पर ऐतराज जताने पर ज़रा तो शर्म महसूस करनी ही चाहिए। श्री साय ने कटाक्ष किया कि पहले राहुल गांधी अपनी पार्टी में ही ख़ुद की स्वीकार्यता कायम करने की कोशिश करें क्योंकि कांग्रेस उनके नेतृत्व को और जनता कांग्रेस को खारिज़ कर चुकी है।

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