भोपाल। कोरोना संक्रमितों की संख्या कम करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावी रणनीति बनाने पर जोर दिया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा कि प्रदेश में कुछ जिलों में संक्रमण कम हुआ तो कुछ जिलों में बढ़ा है। प्रदेश में कोरोना को समाप्त करने के लिए जिलों की परिस्थितियों को देखते हुए जिलावार रणनीति बनाई जाए। प्रभारी अधिकारी जिलों का दौरा करें तथा जिला आपदा प्रबंधन समूह के साथ बैठक कर प्रभावी प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान में डोर-टू-डोर सर्वे कर बड़ी संख्या में जांच की गई है तथा एक-एक मरीज की पहचान कर उनका इलाज किया जा रहा है। इसके चलते प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर में गिरावट आई है।
इस दौरान गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा व भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने जानकारी साझा की। बताया गया कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 95 प्रतिशत जनसंख्या के स्वास्थ्य सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अंतर्गत प्रदेश में एक लाख पांच हजार 679 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 1831 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। पॉजिटिविटी का प्रतिशत 1.73 रहा है।
संक्रमित क्षेत्रों में करें सख्ती
टीकमगढ़ जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना प्रकरणों का पॉजिटिविटी रेट अधिक आ रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्रों में सख्ती की जाए, सामान्य लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं है। रीवा की समीक्षा के दौरान सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रैसिंग के बाद आइसोलेशन पर ध्यान दिया जाए। यदि घर छोटे हों तथा उनमें क्वारंटाइन की व्यवस्था न हो तो संस्थागत क्वारंटाइन किया जाए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि गत 15 दिन में मध्य प्रदेश की कोरोना मृत्यु दर में एक प्रतिशत की कमी आई है। राज्य की कोरोना मृत्यु दर अब 3.38 प्रतिशत है।