सीतामढ़ी। कोरोना काल में मेहनतकश युवाओं ने हौसला दिखाया तो कम उपज वाले खेत और तालाब भी सोना उगलने लगे हैं। डुमरा प्रखंड के पमरा में नीरज सिंह जैसे किसान 2000 वर्गफीट के पॉली हाउस में शिमला मिर्च उपजा रहे हैं और साथ में मछली पालन भी। वहीं सुरसंड प्रखंड की कुम्मा पंचायत के बखरी गांव में जिज्ञासु सिंह की लहलहाती फसल देखकर मन खुशी से झूम उठता है। आज जिज्ञासु अपने गांव में रहकर केले और शिमला मिर्च की खेती करते हैं। जिज्ञासु सिंह की जिज्ञासा ने वैज्ञानिक पद्धति से खेती की नई इबारत लिख डाली है। कोरोना काल में परंपरागत खेती को मॉर्डन व आर्गेनिक खेती के रूप में अपनाया है। जिज्ञासु खुद अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और सरकारी योजनाओं की मदद से किसानों की आय दस गुनी करना चाहते हैं। जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जिज्ञासु सिंह से मिलकर उन्हें बधाई दी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी खेती की प्रशंसा ट्वीट कर की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह खेती में अद्भुत कार्य कर रहे हैं वह हर किसी में नई ऊर्जा भर देने वाला है। खेती से पहले जिज्ञासु एक बड़े प्राइवेट फॉर्म में काम करते थे।
खरबूज उगाने से हुआ नुकसान तो बदला खेती का तरीका कुम्मा के किसान जिज्ञासु सिंह सरकार की कृषि प्रोत्साहन योजना से सौर उर्जा से चलने वाले स्प्रिंकलर व कृत्रिम बारिश करने वाली मशीनरी का इस्तेमाल खेती में कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना काल से पहले मैंने खरबूज की खेती की थी जिसमें अच्छा-खासा खर्च किया था। इसी बीच लॉकडाउन लग जाने से तैयार माल बिक नहीं पाया। खरबूज का बड़ा बाजार पटना व मुजफ्फरपुर में था। लॉकडाउन में खरबूज बाजार तक पहुंच नहीं पाया जिससे काफी नुकसान हुआ। मगर, इसी आपदा को हमने अवसर के रूप में बदल डाला। होली के ऐन मौके पर एसडीपीओ पुपरी, एएसपी सीतामढ़ी, बीडीओ सुरसंड, सीओ सुरसंड एवं सुरसंड थाना प्रभारी किसान जिज्ञासु सिंह की खेती-किसानी देखने उनके पॉली हाउस में पहुंचे। उनकी समेकित खेती की प्रशंसा की। प्रति एकड़ 80 हजार रुपये खर्च पर ढाई लाख रुपये का मुनाफा डुमरा प्रखंड के पमरा के नीरज सिंह बताते हैं कि प्रति एकड़ 80 हजार रुपये खर्च पर ढाई लाख रुपये का मुनाफा कमाने का दावा करते हैं। एक एकड़ में 12 हजार शिमला मिर्च के पौधे लगते हैं। प्रति एकड़ खेती में 75 से 80 हजार रुपए खर्च होता है। किसानों की आय में वृद्धि की संभावनाओं, आधुनिक कृषि को प्रोत्साहन एवं कृषि कल्याणकारी योजनाओं का फीडबैक लेने डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा भी उनके पॉली हाउस पहुंचीं तो खेती-किसानी देखकर गदगद हो उठीं। डीएम के साथ गए तमाम अफसरों ने भी नीरज सिंह की प्रशंसा की और दूसरों से भी उनका अनुसरण करने की अपील की। किसान नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जिला उधान विभाग के सहयोग से पॉली हाउस का निर्माण किया है। योजना के अंतर्गत विभाग द्वारा पॉली हाउस के लिए 75 फीसद का अनुदान मिला। जिससे शिमला मिर्च की खेती की। पूर्व में भी अच्छी आय प्राप्त हुई है। उनके दो बच्चे पढ़-लिखकर किसानी में पूरा सहयोग दे रहे हैं। किसान नीरज ने अपने तालाब में आधुनिक तरीके से मछली बीज का पालन भी डीएम को दिखलाया। नीरज ने पॉली हाउस की समस्त गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसी कैमरे लगवा रखे हैं। यह देख डीएम ने कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि नीरज सिंह जैसे किसानों को न सिर्फ प्रोत्साहित करें बल्कि, उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ भी दिलवाएं।