- डीपी रिटेल की अगले कुछ वर्षों में 50 लाख वर्ग फुट जगह के साथ पूरे भारत में उपस्थिति दर्ज कराने की योजना है
- डीपी रिटेल का टारगेट अगले 2-3 वर्षों में 1.25 लाख युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है
दिल्ली | 28-जुलाई-2021 | मुंबई जैसे महानगरों में बढ़ते उपभोक्तावाद को देखते हुए डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज (डीपीजीसी) की सहायक कंपनी डीपी रिटेल ने औपचारिक रूप से डीपी नगर, अंधेरी वेस्ट में अपने पहले मेगास्टोर के शुभारंभ के साथ रिटेल क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा की। कंपनी जल्द ही भांडुप, गोरेगांव, जोगेश्वरी, सायन और वर्ली में अपने मालिकाना हक वाले विशेष स्टोर खोलेगी।
अंधेरी में 2500 वर्ग फुट के डीपी रिटेल स्टोर में लॉयल्टी और प्रमोशनल स्कीम्स के साथ प्रतिस्पर्धी और रियायती दरों पर स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और निजी लेबल गुणवत्ता वाले ब्रांड्स का विस्तृत मिश्रण उपलब्ध है। ग्रुप की योजना अगले कुछ वर्षों में पूरे भारत में 50 लाख वर्ग फुट डीपी रिटेल में उपस्थिति दर्ज कराने की है।
विस्तार योजनाओं के बारे में बोलते हुए डीपीजीसी के ग्रुप सीईओ राजा रॉय चौधरी ने कहा, “भारत रिटेल क्षेत्र में दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा ग्लोबल डेस्टिनेशन है। डीपी रिटेल के साथ हम बढ़ते उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए अपने देशव्यापी नेटवर्क का लाभ उठाएंगे।” डीपी रिटेल का अपने स्वामित्व वाला पहला एक्सक्लूसिव मेगास्टोर आज खोला गया, जो 2500 वर्ग फुट में फैला है। शहर के अन्य पांच स्टोर 500-600 वर्ग फुट में फैले होंगे। कुल मिलाकर, हम अगले कुछ वर्षों में पूरे देश में 50 लाख वर्ग फुट स्पेस का टारगेट रख रहे हैं।”
डीपी रिटेल वित्तीय योजनाओं में टियर 1, टियर 2 और टियर 3 शहरों में विस्तार करने के लिए वित्त वर्ष 2021 में 1000 करोड़ रुपए का निवेश शामिल है। इसके लिए 100 करोड़ रुपये का आवंटन भी किया है, ताकि एक इनोवेटिव फ्रैंचाइज़ी मॉडल सहित ओमनीचैनल रिटेल बिजनेस में बाजार में प्रवेश किया जा सके। कंपनी की योजना विभिन्न श्रेणियों के साथ पूरे भारत में उपस्थिति हासिल करने की है, जिसमें फैशन आइटम को छोड़कर फूड, हेल्थ, वेलनेस शामिल हैं। कैटलॉग में पारंपरिक भारतीय उत्पाद भी होंगे। विस्तार का एक प्रमुख पहलू प्राइजिंग, मार्केटिंग, खरीद, सोर्सिंग और मर्चेंडाइजिंग सहित हर क्षेत्र में इनोवेटिव तकनीकों और फंक्शनलिटी को पेश करना है।
मजबूत विस्तार के साथ डीपी रिटेल ने देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की भी योजना बनाई है। भारतभर में अपने स्टोरों के तेजी से बढ़ने के साथ कंपनी विकास और रोजगार सृजन का एक अच्छी साइकल तैयार करेगी। डीपी रिटेल का लक्ष्य अगले 2-3 वर्षों में 1.25 लाख युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
उन्होंने कहा, “हमने हाल ही में युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करने के लिए मेगा एम्प्लॉयमेंट प्रोग्राम शुरू किया है, और डीपी रिटेल अगले दो या तीन वर्षों में लगभग 1.25 लाख लोगों को रोजगार की पेशकश करेगा। हमारी 40 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करने की महत्वाकांक्षी योजना है, और इसमें डीपी रिटेल का बड़ा हिस्सा होगा।”
प्रोकरमेंट पॉलिसी अवसरों और प्रभाव के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए निर्माताओं, किसानों से लेकर व्यापारियों और स्किल्ड लोगों तक स्थानीय व्यापारियों को सशक्त और प्रोत्साहित करेगी। यह आइडिया लोगों को उनके प्रोडक्ट्स और सर्विसेस के लिए बेस्ट पॉसिबल वैल्यू प्रदान करना है।
ग्रुप सीईओ ने कहा, “यह पॉलिसी लोकल के लिए वोकल को बढ़ावा देने के लिए कैटेलिस्ट के रूप में कार्य करेगी और इस तरह आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढ़ावा देगी। हम 1 मिलियन / माह से अधिक प्रोडक्शन ,प्रोसेसिंग और पैकेजिंग क्षमता के साथ अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करेंगे जो डीपी रिटेल की आपूर्ति को मजबूत करेगी। डीपीजीसी का शुरुआती चरण के दौरान भारी छूट से ग्राहकों को जीतने का इतिहास इसके पक्ष में काम करने की संभावना है।”
डीपीजीसी के बारे में
1996 में स्थापित डीपीजीसी की कुल संपत्ति 6.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और इसमें 25 सहयोगी कंपनियां हैं। इन वर्षों में ग्रुप ने अपनी अन्य सहयोगी कंपनियों के साथ कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है जिसमें डार्विन प्लेटफॉर्म कैपिटल, डार्विन प्लेटफॉर्म होल्डिंग और डार्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इनके अलावा ग्रुप ने अपनी सहायक कंपनियों और सहयोगी कंपनियों के माध्यम से बैंकिंग, हेल्थकेयर, एविएशन, रियल्टी, एनर्जी, मास मीडिया और आईटी क्षेत्रों में भी काम करता है। समूह ने अब एक इनोवेटिव बिजनेस मॉडल के साथ रिटेल और डिफेंस प्रोडक्शन क्षेत्रों मंं प्रवेश किया है। इनोवेशन, इसकी गुणवत्ता, मूल्य निर्धारण, पहुंच, मार्केटिंग, सोर्सिंग, मर्चेंडाइजिंग और ऑपरेशन के अन्य क्षेत्रों में निहित होंगे। देश की सबसे बड़ी रोजगार योजना का उद्देश्य रोजगार सृजन और धन सृजन के साथ एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करना है। सबसे पहले, डीपीजीसी पूरे भारत में अपने सभी 1.25 लाख व्यावसायिक सहयोगियों को 15000 – 20,000 रुपए के मासिक वेतन के साथ अपने पेरोल पर ले जाएगा। समूह का लक्ष्य प्रत्येक राज्य (कुल 28) और केंद्र शासित प्रदेशों जैसे दिल्ली और चंडीगढ़ में 1.25 लाख रोजगार या आय सृजन के अवसर प्रदान करना है।
Yatharth Mishra