24-सितम्बर-2021 | सूरत के ऑटो सेक्टर पर कोरोना का काफी प्रभाव पड़ा। पिछले साल लॉकडाउन के बावजूद अगस्त तक इस साल की अपेक्षा ज्यादा वाहन बिके थे। पिछले साल कोरोना के कारण आरटीओ का काम तीन महीने प्रभावित हुआ था, लेकिन वाहनों के बिक्री अच्छी हुई थी। आरटीओ के आंकड़ों के अनुसार इस साल पिछले साल की अपेक्षा 674 करोड़ रुपए से कम के वाहन रजिस्ट्रेशन हुए हैं। आरटीओ का कहना है कि दूसरी लहर में लोगों पर दोहरी मार पड़ी, जिससे गाड़ियों की खरीद में फर्क दिख रहा है। इस साल अब तक 53169 बाइक और मोपेड, जबकि 13267 कार बिकीं। कुल मिलाकर 66434 वाहन बिके, जबकि पिछले साल अगस्त तक 86922 वाहन बिके थे। आरटीओ के अनुसार औसतन एक कार की वैल्यू कम से कम सात लाख रुपए आंकी जाए तो पिछले साल के मुकाबले इस साल लगभग 500 करोड़ के कम कार बिकी, जबकि दोपहिया वाहनों की औसत वैल्यू 90 हजार मानें तो पिछले साल की अपेक्षा इस साल लगभग 174 करोड़ की दोपहिया कम बिकी। पिछले साल लगभग 500 करोड़ के दोपहिया, जबकि 800 से 900 करोड़ के चारपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन हुए थे।
लॉकडाउन से आरटीओ का काम तीन माह प्रभावित था
पिछले साल लॉकडाउन से आरटीओ का कामकाज तीन महीने प्रभावित रहा। मई के महीने में तो एक भी वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। लॉकडाउन के बाद जब अनलॉक हुआ तो वाहन बिक्री में तेजी आई। लेकिन इस साल दूसरी लहर आने से जैसे हालात बने उससे लोग डर गए। उन्होंने वाहन खरीदने का विचार कुछ समय के लिए टाल दिया।
कोरोना से ऑटो सेक्टर भी काफी प्रभावित हुआ है
कोरोना जैसी महामारी के कारण सभी सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उसी तरह से ऑटो सेक्टर पर इसका काफी असर पड़ा है। लोगों का काम-धंधा सामान्य हो रहा था कि दूसरी लहर आ गई। इससे इस साल अब तक पिछले साल की तुलना में कम वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। अभी फेस्टिव सीजन बाकी है। उम्मीद है कि वाहनों की बुकिंग से यह मार्जिन लगभग सामान हो जाएगा।
नवरात्रि और दिवाली पर 18 हजार वाहनों की बुकिंग, बढ़ने की उम्मीद
इस साल अब नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारों पर वाहनों की बुकिंग लिए अच्छी इंक्वायरी अा रही है। विभिन्न ऑटोमोबाइल शोरूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवरात्रि में 1 अक्टूबर से लेकर 4 नंबवर के बीच 18 हजार वाहनों की बुकिंग हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन हैं। यही नहीं पहले से भी तीन हजार चारपहिया वाहनों की वेटिंग चल रही है, जिनकी डिलवरी नवरात्रि से दशहरा के बीच हो जाएगी। उम्मीद है कि त्योहारों में वाहनों की बिक्री में उछाल अाएगा। आरटीओ के अनुसार तीसरी लहर की आशंका अब कम हो रही है, इस वजह से बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
दूसरी लहर का डर और तीसरी लहर की आशंका से वाहन बिक्री में आई गिरावट
आरटीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पिछले साल कोरोना के दौरान आरटीओ में काम भले प्रभावित रहा था, लेकिन वाहन बिक्री अच्छी हुई थी। इस साल कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह का पैनिक था उससे लोग ज्यादा डरे हुए हैं। पिछली बार कोरोना से उबरने के बाद लोगों के काम-धंधा में इस साल मार्च तक सुधार होने लगा था, लेकिन दूसरी लहर के कारण काम बुरी तरह प्रभावित हुआ। लोगों के पास आय के साधन बंद हो गए। तीसरी लहर की आशंका से भी लोग काम-धंधा को लेकर चिंतित हैं। इससे अगस्त तक वाहनों की बुकिंग में काफी कमी आई।
Source:-दैनिक भास्कर