28-जुलाई-2021 | रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। लाहौल स्पीति के तोजिंग नाले में बाढ़ की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई। तीन अन्य की तलाश जारी है। आईटीबीपी, बीआरओ, पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चला रखा है। मलबे में शवों की तलाश करने में जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मृतकों की पहचान शेर सिंह (62), रूम सिंह (41), मेहर चंद (50), नीरथ राम (42) के तौर पर हुई है। ये सभी मंडी जिले के धमसोई गांव के रहने वाले हैं। तेज राम (75), देसराज (42) निवासी धमसोई और ऐतम राम (60) निवासी पनारसा, मंडी को रेस्क्यू किया गया है।
कुल्लू जिला में 25 वर्षीय महिला अपने चार वर्षीय बच्चे के साथ पार्वती नदी में बह गई है। इसके अलावा कुल्लू में दिल्ली की एक पर्यटक महिला और एक स्थानीय व्यक्ति भी लापता है। किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
शिमला-कालका नेशनल हाइवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। हमीरपुर की पटेरा पंचायत के पास सड़क पर बस पलट गई हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
मंगलवार रात से बुधवार सुबह आठ बजे तक प्रदेश में सबसे अधिक बारिश धर्मशाला में 101 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई। राजधानी शिमला में भी कई जगह भूस्खलन होने से गाड़ियां दब गई हैं।
प्रदेश भर में सैकड़ों सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है। चंडीगढ़-मनाली एनएच पर हणोगी के पास खोती नाला में वाहन मलबे में दब गए और सड़क मार्ग अवरूद्ध हो गया है।
Source;-“अमर उजाला”