देश के 10 राज्यों में बर्ड फ्लू (Avian Influenza) के मामले कंफर्म हो चुके हैं. केंद्र सरकार ने अडवाइजरी जारी कर सभी राज्यों से सतर्कता बरतने और लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं.
केंद्र सरकार ने जारी की अडवाइजरी
केंद्र सरकार ने अडवाइजरी में कहा कि जिन-जिन इलाकों में वॉटर बॉडीज और पोल्ट्री फॉर्म हैं. वहां पर खास निगरानी बनाए रखें और यदि कहीं पक्षियों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामले आएं तो तुरंत उनके सैंपल जांच के लिए भेजें. साथ ही घटनास्थल वाली जगहों पर दवा का छिडकाव कराकर उन्हें बाकी पक्षियों और लोगों के लिए सुरक्षित बनाएं.
- वायरस से मरते जा रहे हैं पक्षी
ICAR- NIHSAD के मुताबिक राजस्थान के टोंक, करौली और भीलवाड़ा जिलों में कौवे व जंगली पक्षियों की मृत्यु की पुष्टि हुई है. ऐसे ही मामले गुजरात के वलसाड, वडोदरा और सूरत जिले में भी सामने आए हैं. उत्तराखंड के कोटद्वार और देहरादून जिलों में भी कौवों की मृत्यु की पुष्टि हुई है. दिल्ली में कौवे और बत्तख मृत पाए हैं. महाराष्ट्र के परभानी जिले के पोल्ट्री फॉर्म में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के कई मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही मुंबई, ठाणे, डपोली और बीड में कौओं के मरने के मामले सामने आए हैं.
केंद्रीय दल ने हिमाचल-हरियाणा का किया दौरा
हरियाणा में, बीमारी के प्रसार के नियंत्रण और रोकथाम के लिए संक्रमित पक्षियों को मारना जारी है. हालात से निपटने के लिए एक केंद्रीय दल ने हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के पंचकूला का दौरा किया. दल ने मृत मिले पक्षियों वाली जगह पर पहुंचकर उनकी मौत का कारण समझने की कोशिश की.
लोगों के बीच फैलाएं जागरूकता- केंद्र सरकार
केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वे लोगों के बीच जागरूकता फैलाएं और भ्रामक सूचनाओं के प्रसार को रोकने की व्यवस्था करें. इसके साथ ही राज्यों को अपने वॉटर बॉडीज, पोल्ट्री फॉर्म, चिड़ियाघर और जीवित पक्षी मार्केटों में निगरानी बनाए रखने का भी अनुरोध किया. राज्यों को अडवाइजरी जारी की गई कि वे बर्ड फ्लू (Bird Flu) से निपटने के लिए पीपीई किट का इस्तेमाल करें. केंद्र ने राज्यों के पशुपालन विभागों से अनुरोध किया कि वे इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए तैयारियों को मजबूत करें और इस फ्लू को पक्षियों से मानव में न पहुंचने दें.
ZEE