28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी बीमारी है। जब संक्रमण के कारण लिवर में सूजन हो जाती है, जो हेपेटाइटिस की समस्या हो सकती है। लिवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। लिवर खाने को पचाने में मदद करता है। लिवर में होने वाली समस्या शरीर के सुचारू रूप से कार्य करने की क्षमता पर असर डालती है, जो व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में हेपेटाइटिस और लिवर से जुड़ी अन्य बीमारियों से बचने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए। लिवर को मजबूत बनाने के लिए योगासन काफी फायदेमंद है। नियमित कुछ खास योगासनों के अभ्यास से लिवर को स्वस्थ बनाया जा सकता है। योग कई बीमारियों से शरीर को दूर रखता है, साथ ही रोगियों की सेहत को सुधारने के लिए भी योग फायदेमंद है
भुजंगासन
लिवर को मजबूत रखने के लिए भुजंगासन काफी फायदेमंद है। भुजंगासन के नियमित अभ्यास से लिवर पर सेहतमंद असर पड़ता है। ये आसन लिवर की कई समस्याओं को ठीक करने के लिए असरदार है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल सीधे लेट जाए। पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें। अब हाथों को छाती के पास ले जाकर हथेलियों को नीचे टिका लें। गहरी सांस लेते हुए नाभि को ऊपर उठाते हुए आसमान की तरफ देखें। इसी मुद्रा में कुछ देर रहें। इस दौरान सामान्य सांस लेते रहें। अब पुन: वाली अवस्था में आ जाएं। ये प्रक्रिया तीन-चार बार करें।
नौकासन
हेल्दी लिवर के लिए नौकासन का अभ्यास भी फायदेमंद है। इस आसन में शरीर नौका के आकार का हो जाता है। कई बीमारियों से लड़ने के लिए नौकासन योगाभ्यास असरदार है। नौकासन करने के लिए शवासन की मुद्रा में लेटकर धीरे-धीरे एड़ी और पंजे को मिलाएं। अब दोनों हाथों को कमर से सटाकर हथेली और गर्दन को जमीन पर रखें। फिर दोनों पैरों के साथ गर्दन और हाथों को भी ऊपर उठाते हुए अपने शरीर का पूरा वजन हिप्स पर डाल दें। करीब 30 सेकेंड इसी अवस्था में रहें, बाद में शवासन की मुद्रा में वापस आ जाएं।
शलभासन
लिवर को स्वस्थ रखने और हेपेटाइटिस की बीमारी से बचाव के लिए शलभासन का अभ्यास किया जा सकता है। इस योग को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेटकर हथेलियों को जांघों के अंदर रखें। सांस अंदर की ओर लेते हुए दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटने स्थिर रहें और पैर साथ जुड़े रहें। माथे को जमीन पर टिकाकर रखें। करीब 10 सेकेंड इसी अवस्था में रहें और फिर पैरों को नीचे लाते हुए सांस छोड़ें।
कपालभाति
कपालभाति का अभ्यास लिवर को हेल्दी रखने में मदद करता है। नियमित कपालभाति करने से लिवर की बीमारियों से बचाव होता है। ये पेट की समस्या को भी दूर कर सकता है। कपालभाति करने के लिए वज्रासन, सिद्धासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। गहरी सांस लेते हुए सांस को 5-10 सेकेंड तक इसी अवस्था में रहें और फिर सांस को नाक से छोड़ें। इस आसन को रोजाना 10-15 मिनट करें।
source “अमर उजाला“