20 नवम्बर 2021 | अब लोग फ्लाइट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और टाइम बचाने के लिए फ्लाइट का सफर काफी आसान रहता है. आपने भी कई बार फ्लाइट में सफर किया होगा, लेकिन कभी आपने गौर किया है कि जब भी फ्लाइट को टेक-ऑफ किया जाता है, तब लाइट को डिम कर दिया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फ्लाइट टेक आफ और लैंडिंग के वक्त लाइट्स डिम क्यों हो जाती हैं?
फ्लाइट टेक आफ और लैंड के वक्त लाइट्स डिम इसलिए की जाती हैं क्योंकि हमारी आंखों को रोशनी के हिसाब से एडजस्ट करने में समय लगता है
हमारी आखें रोशनी से अंधेरे या अंधेरे से रोशनी में एडजस्ट होने में 10 से 30 मिनट तक लेती है. लेकिन अगर लाइट डिम कर दी जाए एडजस्ट टाइम कम हो जाता है.
अक्सर देखा गया है कि टेक ऑफ या लैंडिग के वक्त ही हादसे ज्यादा होते हैं. इसलिए भी पहले ही लाइट्स डिम कर दी जाती है जिससे इमरजेंसी दरवाजों और एक्जिट की लाइटिंग आसानी से दिखाई दे. इन गेट्स पर डिम लाइट में चमकने वाले रिफलेक्टर्स लगे होते हैं.
बोइंग एयरलाइन के 2006 से 2017 के बीच के अनुभव के अनुसार, टेकऑफ के शुरूआती 3 मिनट के अंदर 13 प्रतिशत हादसे हुए हैं. लैडिंग के आठ मिनट पहले तक 48 प्रतिशत हादसे होते हैं.
Source :-“टीवी9 भारतवर्ष“