देश की राजधानी नई दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंद सेकेंड्स के अंतराल पर कई जगह दो बार धरती कांपी, जबकि कुछ जगह दो से अधिक बार ऐसे झटके आए। लोग इस दौरान डर के मारे अपने घरों से आनन-फानन बाहर निकल आए। कुछ लोग पास के पार्कों में पहुंच गए, जबकि कुछ हालात सामान्य होने का इंतजार करने लगे।
नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी के मुताबिक, रात 10 बजकर 34 मिनट पर पंजाब के अमृतसर में भूंकप की तीव्रता 6.1 दर्ज़ की गई। इन झटकों का असर जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, नोएडा, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी देखने को मिला। भूकंप के झटकों के दौरान कुछ लोगों के घरों में लाइट्स और पंखे हिलने लगे। हिंदी समाचार चैनल ‘न्यूज नेशन’ के स्टूडियो में उस दौरान लाइट्स भी हिलने लगी थीं। बताया गया कि यह झटके कुछ सेकेंड्स तक महसूस किए गए।
भूकंप के झटकों से जुड़ा अपना अनुभव साझा करते हुए जम्मू के एक परिवार ने न्यूज चैनल ‘तेज’ को बताया- हम खाना खा रहे थे। टेबल पर थे, तभी अचानक पंखा हिलने लगा। हम घबरा गए और खाना छोड़ फटाफट घर से बाहर निकले। कुछ देर बाहर ही रहे और फिर जब सब ठीक लगा, उसके बाद वापस घर के अंदर गए।
हालांकि, अच्छी बात यह है कि कहीं पर भी इन भूकंप के झटकों से जान-माल के नुकसान की फिलहाल खबर नहीं है। पर कुछ जगहों से ऐसी तस्वीरें जरूर आईं, जहां लोगों के मकानों में अंदर दीवारों में दरारें आ गईं। दिल्ली में जिस वक्त भूकंप के झटके आए, तब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जाग रहे थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा- दिल्ली में भूकंप के झटके आए। मैं हर किसी की सलामती के लिए दुआ मांगता हूं।
वहीं, भारत से पहले भूकंप के झटके ताजिकिस्तान में भी महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन के लगभग 80 किमी नीचे था और वहां तीव्रता 6.3 मापी गई। बता दें कि दिल्ली की जमीन के नीचे से तीन फॉल्ट लाइन गुजरती हैं। ये भी राष्ट्रीय राजधानी में बार-बार भूकंप के झटकों के पीछे की वजह बताई जाती हैं। भूकंप, टैक्टोनिक प्लेट्स अधिक हिलने के कारण भी आता है।