बोकारो :- साइकिल का ज्यादा उपयोग कर ही पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है। वहीं प्रतिदिन साइकिल चलाकर ही पर्यावरण को शुद्ध भी रखा जा सकता है। साइकिल चलाने से लोग अपने शरीर को भी स्वस्थ रख सकते हैं। यह बातें अल्ट्रा साइकिलिस्ट शंकर ठाकुर ने दिल्ली से बोकारो साइकिल से ही यात्रा कर एआरएस स्कूल गुरुवार को पहुंचने पर कहीं। एआरएस स्कूल के होनहार छात्र शंकर दसवीं कक्षा उत्तीर्ण किया। इसके बाद उसने वर्ष 2013 में जिला स्तरीय साइकिल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्कूल का नाम रोशन किया था। वर्ष 2014 में उसने रांची में आयोजित राज्यस्तरीय साइकिल प्रतियोगिता में भी पहला स्थान प्राप्त किया था। वर्ष 2018 में दिल्ली रैंडीनियर्स क्लब की ओर से पेरिस के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर के साइकिल प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर देश का परचम लहराया। शंकर ने भारत में साइकिल से सबसे पहले दिल्ली, हरियाणा, गुजरात ,कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, ओड़िसा व बंगाल राज्य होते हुए पूरे झारखंड को मिलाकर कुल आठ हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी की है। शंकर के पिता दीनानाथ ठाकुर अखबार बेचने का काम करते हैं। वर्तमान में शंकर टैंडम फैट बाइक से अपनी यात्रा को पूरा करना चाहता है।
वर्ष 2018 में उसने सुपर रेंडीनियर्स में पांच दिन में ही समय के अंदर ही 1500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की थी। वर्ष 2019 में शंकर ने पेरिस जाकर पेरिस बेस्ट पेरिस की कुल 1200 किलोमीटर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। जिसमें पूरे विश्व के सात हजार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। यह प्रतियोगिता प्रत्येक चार वर्ष पर आयोजित की जाती है।
इस दौरान उसने भारत में दिल्ली से लेकर गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई तक की कुल 1460 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से पूरी की। शंकर वर्तमान में गुड़गांव में ही रहकर डेकाथलन स्पोर्ट्स इंडिया की ओर से नए प्रतिभावान साइकिलिस्ट को कुशल प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। शंकर ने बताया कि उसका लक्ष्य है अगले वर्ष लंदन जाकर लंदन से एडिनबर्ग व एडिनबर्ग से लंदन की यात्रा साइकिल से पूरी कर प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करना है। उन्होंने इसका सारा श्रेय अपने स्कूल के निदेशक रामलखन यादव व अपने माता-पिता व स्कूल के शारीरिक शिक्षक को दिया।