01 नवंबर 2022| कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को नेपानगर जागृति कला केंद्र हर साल सम्मानित करता है। इस बार संस्था ने छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पंडवानी गायिका तीजन बगाई को यह सम्मान देने का निर्णय लिया है। शहर के परमानंद गोविंदजीवाला आडिटोरियम में 12 नवंबर को यह सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। संस्था के संस्थापक निदेशक एवं इंटरनेशनल डांस काउंसिल सीआईडी यूनेस्को के सदस्य मुकेश दरबार ने बताया कि संस्था का यह रजत जयंती वर्ष है। पिछले 25 साल से लोक कला और लोक संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करते आ रहे हैं। संस्था ने जिले व मध्य प्रदेश की लोक कलाओं को विश्व मंच पर पहचान दिलाई है।
उन्होंने बताया कि बीते साल यह सम्मान राजस्थान की हस्तकलाओं को विश्व मंच पर पहुंचाने व पहचान दिलाने तथा 22 हजार महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने पर डा. रूमा देवी को और शास्त्रीय नृत्यांगना व फिल्म अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन की गुरु कलाश्री डा. लता सुरेंद्र मुंबई को दिया गया था।
तेरह साल की उम्र से सुना रहीं कथा
तीजन बाई महाभारत की कथा को पूरे वेग व कापालिक शैली में मंच पर उतारने वाली पहली महिला हैं। तीजन बाई का जन्म अटारी जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ में हुआ था। उन्होंने महज 13 वर्ष की अल्पायु से ही छोटे से गांव चंदखुरी जिला दुर्ग से अपने कार्यक्रम की शुरूआत की थी। तब से लेकर अब तक देश ही नहीं बल्कि विश्व के कई मंच पर पंडवानी गायकी से लोगों का मन मोहा है। उनकी मां सुखबती और पिता छुनुक लाल ने उनका लालन-पालन किया। प्रथम गुरु उनके नाना बृजलाल पारधी रहे और औपचारिक प्रशिक्षण उमेश सिंह देशमुख थे। मुकेश दरबार ने कहा कि तीजन बाई को यह सम्मान देकर पूरा जिला ही नहीं बल्कि मप्र गौरवान्वित होगा।
सोर्स :-“अमर उजाला”