17-जून-2021 | मंडी जिले के टमाटर उत्पादक किसानों के लिए मानसून दोहरी आफत लेकर आया है। समय से पहले बारिश से अब खेतों में जलभराव किसानों के लिए पहाड़ जैसी चुनौती बन गया है। बल्ह घाटी के डडौर में निकासी की उचित व्यवस्था न होने से करीब 100 बीघा भूमि जलमग्न होने से टमाटर की फसल पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। जलभराव से किसानों की नींद उड़ गई है।नौलखा से डडौर तक फोरलेन का निर्माण कार्य कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ किसान आक्रोशित हैं। खेतों में जलभराव के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने बुधवार को एसडीएम बल्ह डा. आशीष शर्मा को ज्ञापन सौंपकर जलभराव से निजात दिलाने व कंस्ट्रक्शन कंपनी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। नौलखा से डडौर तक करीब साढ़े चार किलोमीटर फोरलेन का निर्माण हो रहा है। निर्माण कार्य शुरू हुए करीब चार साल हो चुके हैं, लेकिन काम अभी पूरी नहीं हो पाया है। फोरलेन निर्माण के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पूरे मार्ग को उखाड़ रखा है। पहले से मौजूद निकासी नालियां बंद हो चुकी हैं। अभी तक नई नालियों का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में ऊपरी क्षेत्रों से आने वाला बारिश का पानी मैदानी भाग के खेतों में जमा हो रहा है। डडौर में करीब 100 बीघा उपजाऊ भूमि में दो से तीन फुट तक पानी भर चुका है। टमाटर के खेत भी जलभराव की जद में आ गए हैं। निकासी की व्यवस्था न होने से किसानों को अब टमाटर की फसल सड़ने की चिंता सताने लगी है। खाली खेतों में किसान धान की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं। क्षेत्र के किसानों ने मानसून की दस्तक से पहले कंस्ट्रक्शन कंपनी से पानी निकासी की नालियों का निर्माण करने का आग्रह किया था, लेकिन उनकी बात पर किसी ने गौर नहीं किया। किसान हरि सिंह, पवन कुमार, राजीच व संजीव का कहना है टमाटर की खेती करने में उनका हजारों रुपये खर्च हुआ है। अब फसल तैयार होने को आई तो खेतों में जलभराव हो गया है। फसल सड़ना शुरू हो गई है। निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले दिनों में पानी लोगों के घरों में घुस सकता है। इन लोगों ने प्रशासन व कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रबंधन को चेताया है अगर जलभराव की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा। जलभराव को लेकर डडौर क्षेत्र के किसानों की शिकायत मिली है। फोरलेन का निर्माण कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी को तुरंत समस्या का हल करने के निर्देश दिए गए हैं।
–डा. आशीष शर्मा, एसडीएम बल्ह
Source : “जागरण”