पेंड्रा रोड अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाड़ी दुर्गेश जी का कहना है कि, बेटियों के लिए आत्मविश्वास आत्म बेहद जरूरी है इसके लिए आत्म सुरक्षा के उपाय गुर सीखना निहायत ही जरूरी है। जिस तरह देश में वितरित मानसिकता हावी होते हैं जा रही है, ऐसे में लड़कियों को अपनी सुरक्षा में मद्देनजर ऑटो वाला और स्वयं में आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। जो समाज में गलत मानसिकता रखने वाले लोगों से निपटाने के लिए बेहद जरूरी है। ताइक्वांडो सिर्फ सेल्फ डिफेंस के लिए नहीं, वरन खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतर उपाय है। नारी शक्ति को आत्मरक्षा के लिए दुख जागरुक होने की बेहद जरूरत है। मेरी नजर में आत्मरक्षा एक ऐसा हथियार है, जो हमें कई तरीकों से सशक्त और मजबूत बनाता है। आत्मरक्षा सिर पर लड़ना या हाथ उठाना ही नहीं, वरन यह सीखना भी है कि कैसे मानसिक रूप से खतरे के खिलाफ डटे रहे। लड़ाई में तेजी ही सक्ती है। आप खड़े रहकर अपने हमलावर के अगले कदम की प्रतीक्षा नहीं कर सकते। हमें उससे पहले हमें कुछ सोचना और त्वरित करना होगा। आत्मरक्षा का अभ्यास और यह उपाय हम में एक आत्मविश्वास लाता है।यह हमें जिंदगी को सुरक्षित और बेहतर तरीके से जीने में मदद करता है। आत्मरक्षा हमें अनुशासन सिखाती है। जो जीवन के हर क्षेत्र में हमें काम आता है। जय हिंद, जय छत्तीसगढ़।