19-अक्टूबर-2021 | पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश अब चरस, कोकीन व गांजा तस्करी का एक बड़ा अड्डा बन गया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थित बद से बदतर हो गई है। छत्तीसगढ़ में कोई स्थाई सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि CG की सरकार दिल्ली से चलती है। कांग्रेस को करीब 3 साल होने जा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश में शराब और भू माफियाओं का बोल बाला देखने को मिल रहा है। पूर्व मंत्री मंगलवार को मीडिया से बात कर रहे थे।
जगदलपुर में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ माफिया का गढ़ बन गया है। आरोप लगाया कि तस्करों को रोकने की बजाए प्रदेश सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। गांजा तस्करों का एक रुट बना हुआ है। प्रदेश के बॉर्डर वाले इलाके से आसानी से तस्कर गांजा और हेरोइन की बड़ी खेप को पार कर रहे हैं। लखीमपुर की घटना में राज्य सरकार ने अपना सारा धन लुटा दिया। लेकिन, CG में इतनी घटनाएं हुई उसके लिए कुछ नहीं किया। सिलगेर, पत्थलगांव और कवर्धा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तो नहीं गए, लेकिन दौड़कर लखीमपुर चले गए। भाजपा मांग करती है कि, इन घटनाओं के मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ व घायलों को 50-50 लाख रुपए सरकार मुआवजा दें।
भानपुरी बन रहा चरस, अफीम का गढ़
केदार कश्यप ने कहा कि, बस्तर जिले का भानपुरी भी अब चरस व अफीम का गढ़ बनता जा रहा है। यहां भी लगातार गांजा की तस्करी हो रही है। इसके साथ ही कुछ दिनों पहले डेढ़ करोड रुपए के साथ एक फॉरेस्ट के अधिकारी को पकड़ा गया था। उन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। न ही इस मामले का खुलासा किया गया। क्योंकि यह भी कांग्रेस के बड़े नेताओं के संरक्षण में थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत छत्तीसगढ़ के मंत्री व विधायक दिल्ली में डेरा जमा रहे हैं। इन्हें छत्तीसगढ़ की जनता की नहीं बल्कि गांधी परिवार की चिंता है। छत्तीसगढ़ में इतनी घटनाएं हो रही है लेकिन उसकी चिंता सरकार को नहीं है।
Source;-“दैनिक भास्कर”