10 अप्रैल2022 | वाराणसी, आगरा, बांदा, रामपुर और प्रदेश के अन्य जिलों में छह महीने तक के बच्चों के स्तनपान की दर 50 प्रतिशत से भी कम है। इसलिए इसके संबंध में जागरूकता के लिए आज से ‘पानी नहीं केवल स्तनपान अभियान’ वाराणसी जिले में शुरू किया जाएगा। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग का मानना है कि जागरूकता अभियान से छह महीने तक के बच्चों के केवल स्तनपान की दर में बढ़ोतरी होने के साथ ही शिशु मृत्यु दर में भी सुधार लाया जा सकेगा।
30 जून तक चलेगा अभियान
आईसीडीएस विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर अभियान से संबंधित दिशा-निर्देश सभी विकास खंड के बाल विकास परियोजना अधिकारियों को जारी कर दिया गए हैं। उन्होंने कहा कि गर्मियों में 6 महीने तक के बच्चों के केवल स्तनपान के लिए ‘पानी नहीं, केवल स्तनपान अभियान’ 30 जून तक संचालित किया जाएगा। अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा छह माह तक के बच्चों को केवल स्तनपान सुनिश्चित करना है।
मां का दूध छह महीने तक के बच्चे के लिए अमृत के समान होता है। बाल मृत्यु दर में कमी लाने के लिए आवश्यक है कि जन्म के एक घंटे के अंदर बच्चे का स्तनपान शुरू करा दिया जाए। छह महीने की आयु तक बच्चे को केवल स्तनपान ही कराया जाए।
घुट्टी, शहद, चीनी का घोल और पानी न दें
डीके सिंह ने कहा कि बच्चे की छह माह की आयु तक केवल स्तनपान उसके जीवन की रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। मगर, जागरूकता की कमी के साथ ही समाज में प्रचलित विभिन्न मान्यताओं और मिथकों के कारण छह माह तक बच्चे का केवल स्तनपान सुनिश्चित नहीं हो पाता है।
परिवार के सदस्यों द्वारा बच्चे को घुट्टी, शहद, चीनी का घोल और पानी आदि का सेवन करा दिया जाता है। इसके चलते बच्चों में कई प्रकार के संक्रमण हो जाते हैं। बच्चे के प्यासा रहने की आशंका में उसे पानी देने का प्रचलन गर्मी में बढ़ जाता है।
मां के दूध में अन्य पौष्टिक तत्वों के साथ-साथ पानी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है और बच्चे की पानी की आवश्यकता केवल स्तनपान से पूरी हो जाती है। इसलिए बच्चे को छह माह तक अलग से पानी देने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं होती है। अलग से पानी पिलाने से छह माह तक के बच्चों में संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
4 जिलों में 70% से अधिक है दर
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (NFHS-5) के अनुसार उत्तर प्रदेश में छह महीने तक के बच्चों में केवल स्तनपान की दर 59.7 प्रतिशत है। देश में यह दर 63.7 प्रतिशत है। NFHS-5 के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, अमेठी, बस्ती और लखनऊ में ही छह महीने तक के बच्चों के केवल स्तनपान की दर 70 प्रतिशत से अधिक है।
Source;- ‘’दैनिकभास्कर’’