गालूडीह : घाटशिला प्रखंड अंतर्गत बड़बिल गांव के रंकिणी डूंगरी पहाड़ में विवेकानंद शारदा पीठ मठ द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा पूरे अनुमंडल के लिए ऐतिहासिक है। मठ द्वारा रंकिणी डूंगरी पहाड़ के ऊपर 700 फीट उंचाई पर पूजा की जाती है। श्रद्धालु चढ़ कर मां की आराधना करते हैं। पहाड़ की चोटी पर पूजा की शुरुआत वर्ष 1995 में शारदा पीठ मठ की प्रोब्रोजीका श्राद्ध मई पूरी ने मूर्ति स्थापना कर की थी। प्रति वर्ष हजारों लोग भोग ग्रहण करते हैं। टैंकर से पेयजल की व्यवस्था की जाती है। वर्तमान समय में भी आधी अधूरी सड़क से ही श्रद्धालु ऊंचाई तक मां के दर्शन करने पहुंचते हैं। रंकिणी डूंगरी पहाड़ में मठ द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा का पौराणिक इतिहास है।
स्वामी सुतोपा नंद ने बताया कि पूजा मठ के स्व. स्वामी बिजेन महाराज ने वर्षों पहले शुरू की थी। उस दौरान पहाड़ के पत्थर को मां दुर्गा के रूप में पूजी जाती थी। बिजेन महाराज का मानना था की मां रांकिणी पहाड़ की चोटी में पत्थर के बीच यहां स्नान करती थी। इस स्थल पर मां दुर्गा की पूजा होना चाहिए, तब से पूजा हो रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मठ की ओर से परंपरा का निर्वाहन किया जाएगा।