जगदलपुर | हर जिले में टेस्टिंग लक्ष्य बढाने की होड़ मची है। टेस्टिंग के बाद सेम्पल लैब में रखा है। पूरे बस्तर संभाग से लिये गए सेम्पल की जांच मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में होना है।रिपोर्ट 10 से 15 दिनों के बाद भी तैयार नहीं हो पा रहा है।जिससे किसी परिवार में अगर कोई एक व्यक्ति संक्रमित हो जाता है,तो उसे अस्पताल भेजने के बाद परिवार के बाकी सदस्यो का सेम्पल ले कर RTPCR जांच के लिए भेजा जाता है और रिपोर्ट 10 से 15 दिनों के बाद भी नहीं मिल पाता है तो वह परिवार अपने आप को कितना सुरक्षित रख पायेगा इस स्थिति में रिपोर्ट नेगेटिव या पॉजिटिव आयेगा जिस कारण संक्रमित व्यक्ति भी उपचार नही करा पाता और संक्रमण बढता जा रहा है।इसके अलावा किसी व्यक्ति की कोरोना के अलावा किसी अन्य बीमारी से मृत्यु हो जाती है,तो उस व्यक्ति का शव कोरोना जांच के 5 से 7 दिनों तक रखा जाता है।सोचिये उस परिवार पर क्या गुजरती है,जिसका कोई अपना इस दुनिया से जाने के बाद भी समय पर अंतिम संस्कार नही हो पाता*। छ. ग.शासन और सभी जिला प्रशासन को इन विषयों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए समुचित व्यवस्था करने की आवश्यकता है।
अशोक कुमार टंडन