रायपुर 05 अप्रैल 21/स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन मे रह रहे मरीजों से अपील की है कि वे संबंधित चिकित्सक को अपने आक्सीजन लेवल, तापमान , पल्स आदि की सही रीडिंग बताएं क्यों कि अनेकों बार यह देखा गया है कि होम आइसोलेशन वाले मरीज जब अस्पताल पहुंचते हैं, तब मालूम होता है कि उन्होने इसके पूर्व गलत रीडिंग बताई या बताई ही नही,जिसके कारण गंभीर स्थिति हुई। होम आइसोलेशन के मरीजों को या जो उनकी देखभाल करता है उसे थर्मामीटर से तापमान लेना ,पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन स्तर लेना और पल्स की रीडिंग लेना आना चाहिए जो कि बहुत सरल है,यह पल्स ऑक्सीमीटर के जरिए ली जाती है। उससे दिन में चार बार रीडिंग लेकर मोबाइल के जरिए ही उस चिकित्सक को भेजना है जो उन्हे एलाॅट किया गया है। इसके अतिरिक्त मरीजों को 6मिनट चलने के पहले और 6 मिनट बाद भी ऑक्सीजन स्तर ,ऑक्सीमीटर से रीडिंग लेना चाहिए और इसमे तीन अंको का अंतर आने पर डाक्टर को बताना चाहिए। ऑक्सीजन स्तर 95 से कम होने पर भी चिकित्सक को जरूर बताना चाहिए। मरीज 104 पर भी संपर्क कर सकते है। यदि सांस फूल रही है तो तुरंत अस्पताल में भर्ती होना चाहिए और इस दौरान सीधे लेटना चाहिए जिससे फेफड़ों को ऑक्सीजन बराबर मिले। होम आइसोलेशन के मरीजों को अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बंद नही करना चाहिए क्योंकि उनके संपर्क में आए लोगों की जानकारी विभाग को लेनी होती है ताकि उनके परिजन,मित्र भी समय पर जांच कराएं और संक्रमण से बच सकें।