तीन महीने बाद भी बिजली बिल नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं को डिफाल्टरों की सूची में शामिल किया जाता है। जुलाई के अंत तक प्रदेश में बिजली बिल नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं में घरेलू श्रेणी के सबसे अधिक हैं।
26 अगस्त 2021 | हिमाचल प्रदेश के कुल 26 लाख उपभोक्ताओं में से 6,32,441 उपभोक्ता समय से बिजली बिल नहीं चुका रहे हैं। घाटे में चल रहे बिजली बोर्ड प्रबंधन की लेनदारी 381 करोड़ तक पहुंच गई है। अब पेंडिंग बिल वसूलने के लिए बोर्ड प्रबंधन ने 20 दिन का विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है। इस बाबत फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। निर्धारित अवधि में अगर इन उपभोक्ताओं ने बिजली बिल नहीं भरे तो इनके खिलाफ बोर्ड के नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
तीन महीने बाद भी बिजली बिल नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं को डिफाल्टरों की सूची में शामिल किया जाता है। जुलाई के अंत तक प्रदेश में बिजली बिल नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं में घरेलू श्रेणी के सबसे अधिक हैं। समय से बिजली बिल वसूली नहीं होने पर ऑडिट रिपोर्ट में भी बोर्ड अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। सरकार ने भी कड़ा संज्ञान लिया है। ऐसे में बोर्ड के निदेशक वित्त ने अब फील्ड अधिकारियों से इस मामले को गंभीरता से लेने के लिए कहा है।
पत्र में कहा है कि ऑडिट रिपोर्ट को बोर्ड के कई सब डिविजन गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बकाया बिलों की वसूली के लिए फील्ड अधिकारी विशेष कदम भी नहीं उठा रहे हैं। निदेशक ने कहा कि बकाया राशि की समय से वसूली नहीं होने से बिजली बोर्ड पर देनदारी बढ़ रही है। बोर्ड एक व्यावसायिक संस्था है। ऐसे में अधिक समय तक बकाया राशि के नहीं आने से बोर्ड की आर्थिक स्थिति डगमगा रही है। अब बोर्ड प्रबंधन ने प्रदेश भर में बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए बीस दिनों में विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है। अभियान के तहत किए गए कार्यों की रिपोर्ट बोर्ड मुख्यालय भेजने के लिए भी कहा है।
उपभोक्ता श्रेणी बिल नहीं देने वाले उपभोक्ताओं की संख्या बकाया राशि (करोड़ में)
घरेलू 480135 68.12
व्यावसायिक 96742 38.67
गैर घरेलू गैर व्यावसायिक 16356 18.32
औद्योगिक 10814 129.77
सिंचाई एवं पेयजल योजना 18605 99.68
स्ट्रीट लाइट 267 6.86
अस्थाई मीटर 9457 9.00
बल्क सप्लाई 65 10.85
कुल 632441 381.27
Source;-“अमर उजाला”