01 मई 2022 | UPSC 2021 में टॉप-100 में राजस्थान के 3 युवाओं ने बाजी मारी है। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी का इंटरव्यू लेवल भी काफी हाई होता है। इंटरव्यू में कैंडिडेट के कॉन्फिडेंस, नॉलेज, प्रजेंस ऑफ माइंड और फील्ड बैकग्राउंड से जुड़े सवाल किए जाते हैं। UPSC सिलेक्टेड कैंडिडेट्स से दैनिक भास्कर डिजिटल ने जब सवालों को लेकर पूछा तो बताया कि एकेडमिक से लेकर उनके सब्जेक्ट से जुड़े बेसिक सवाल भी पूछे गए। जैसे पंचायती राज सिस्टम कैसा है? क्या-क्या सुधार होने चाहिए? गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के तीन विकल्प हों तो पोस्टिंग को लेकर क्या विचार है?
UPSC 2021 में 18वीं रैंक पर रहे श्रीगंगानगर के रवि सिहाग से पूछा गया कि नागार्जुन की कविताओं की क्या विशेषता है?
जवाब- रवि साहित्य बैकग्राउंड से ही थे तो इसमें उन्होंने नागार्जुन की कविता ‘जनता मुझसे पूछ रही क्या बतलाऊ, जनकवि हूँ मैं साफ कहूंगा क्यों हकलाऊं’ गाकर सुना दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि महान कवि नागार्जुन की कविताएं जनचेतनावादी हैं।
पवन कुमार कुमावत
UPSC 2021 में 551वीं रैंक पर रहे पवन कुमार कुमावत से पूछा गया कि खडीन क्या है?
जवाब- ये मुश्किल सवाल था। दरअसल, खड़ीन पश्चिमी राजस्थान में खेत के किनारे सिद्ध-पाल बांधकर वर्षा-जल को कृषि भूमि पर संग्रह करने तथा इस प्रकार संग्रहीत जल से कृषि भूमि में पर्याप्त नमी पैदा कर उसमें फसल उत्पादन करने की एक परंपरागत तकनीक है।
पवन कुमार कुमावत ने अपनी हॉबी में प्रकृति दर्शन लिखा था तो उनसे अगला सवाल किया गया कि आज के प्रदूषित वातावरण में तारे कैसे देख लेते हो ? और ये सबसे बढ़िया कहां से दिखते हैं ?
जवाब- पवन ने बताया कि वह ग्रामीण परिवेश से है, वहां सब कुछ साफ है। अधिकतर समय लाइट नहीं होती है। ऐसे में छत पर सोते हैं और रात को आराम से चांद-तारों के साथ आकाश का दीदार कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि पहाड़ी की ऊंचाई पर जाकर खुले आसमान का आनंद लिया जा सकता है।
पहले से IPS ट्रेनिंग कर रहे अब UPSC 2021 में 343 वीं रैंक पर रहे कोटा शहर के राघव मीणा से पूछा गया कि LIC IPO क्यों ला रही है? सरकारी कंपनियां IPO क्यों लाती हैं?
जवाब- उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि उनके पास क्रिटिकल इन्वेस्टमेंट के लिए रुपया आए। बेसिकली सरकार पब्लिक इन्वेस्टमेंट के जरिए अपनी कैपिटल बढ़ाने के लिए IPO लाती है।
राघव से दूसरा सवाल पूछा गया कि अभी इंडिया-चाइना में करंट का क्या इश्यू चल रहा है ?
जवाब- इंडिया-चाइना के बीच स्टूडेंट के वीजा ग्रांट का सबसे बड़ा इश्यू चल रहा हैं। कोविड के टाइम चाइना से इंडिया लौटे स्टूडेंट को चाइना अब दोबारा से वीजा ग्रांट नहीं कर रहा है।
UPSC 2021 में 382वीं रैंक पर रहे नागौर के भांवता गांव के रहने वाले डॉ. कृष्णकांत से पूछा गया कि क्या फ्री की सरकारी योजनाएं सही हैं?
इस पर उन्होंने जवाब- पुअर एम्पावरमेंट के लिए ये योजनाएं सही हैं। लेकिन इसका प्रॉपर सेग्रीगेशन होना चाहिए और एलिजिबल लोगों को ही इसका लाभ मिलना चाहिए। साथ ही साथ ये ध्यान रखना भी जरूरी है कि इसके चलते इकोनॉमी को नुकसान नहीं हो पाए। अर्निंग का भी प्रॉपर मैनेजमेंट होना चाहिए।
UPSC 2021 में 536 वीं रैंक पर रहे नागौर के भांवता गांव के रहने वाले डॉक्टर राहुल से पूछा गया कि रूस-यूक्रेन को भारत कैसे देखता है और इसका भारत पर क्या इंपैक्ट है?
जवाब- रूस शुरू से ही भारत का एक भरोसेमंद दोस्त रहा है। इस युद्ध के बाद यूरोपियन कम्युनिटी लगातार भारत पर प्रेशर दे रही है कि वो रशिया के अगेंस्ट हो। ये एक मेजर प्रेशर इंपैक्ट भारत पर पड़ रहा है, जबकि भारत दोस्त के खिलाफ हो नहीं सकता। बाकी जो ग्लोबली इंपैक्ट दूसरे देशों पर हुए, वो तो हैं ही।
पाली के गागुड़ा निवासी भविष्य ने 29वीं रैंक हासिल की है। इनसे पूछा गया कि श्रीलंका में पॉलिटिकल क्राइसिस के कारण क्या हैं? भारत श्रीलंका के साथ चल रही मछुआरों की समस्या कैसे सुलझा सकता है?
जवाब- भविष्य ने जवाब दिया कि कोरोना के चलते टूरिज्म रेवेन्यू तबाह हो गई थी। श्रीलंकन सरकार का ऑर्गेनिक फार्मिंग डिसीजन, चाइना डेप्थ ट्रैप डिप्लोमेसी, करप्शन और नेपोटिज्म वहां की पॉलिटिकल क्राइसिस के कारण हैं। श्रीलंका को इकोनॉमिक एडवाइस और लाइन ऑफ़ क्रेडिट देकर भारत संभाल सकता है। वहीं, तमिलनाडु स्टेट डिप्लोमेसी के जरिए श्रीलंका के साथ मछुआरों की समस्या को सुलझाया जा सकता है।
Source;- ‘’दैनिकभास्कर’’