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इंदिरा गांधी फीडर में री-लाइनिंग का काम पूरा होना ऐतिहासिक उपलब्धि-गहलोत

ByPrompt Times

Jun 9, 2021
  • सीएम ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के 5 वर्ष के कार्यकाल में 7 किमी में रीलाइंनिंग का काम हुआ था. वहीं, हमारी सरकार में 40 किमी लम्बाई में रीलाइंनिंग के कार्य को संपन्न किया गया है.

09-जून-2021 | जयपुर | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंदिरा गांधी फीडर में री-लाइनिंग का काम पूरा होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. सीएम ने कहा है कि प्रदेश की जीवनदायिनी इंदिरा गांधी फीडर में राजस्थान द्वारा पहली बार 60 दिन की ऐतिहासिक नहरबंदी सफलतापूर्वक हुई है और 47 किलोमीटर लम्बाई में रीलाइंनिंग का कार्य करवाया गया है जोकि एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. 

सीएम ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के 5 वर्ष के कार्यकाल में 7 किलोमीटर में रीलाइंनिंग का काम हुआ था. वहीं, हमारी सरकार में 40 किलोमीटर लम्बाई में रीलाइंनिंग के कार्य को संपन्न किया गया है, इससे भविष्य के लिए नए कार्यों के लिए नए मापदंड स्थापित होंगे. 

उन्होंने कहा कि रीलाइंनिंग से 10 जिलों के निवासियों की पेयजल सुरक्षा के साथ ही 16.17 लाख हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा. इस ऐतिहासिक कार्य के लिए सम्बंधित सभी अधिकारी एवं कार्मिक बधाई के पात्र है जिन्होंने डेडिकेशन और कमिटमेंट के साथ काम किया. साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ डिस्कशन के बाद पंजाब एरिया में पड़ने वाली सरहिंद फीडर के रीलाईनिंग का 45 किलोमीटर का काम भी संपन्न हो गया है, जो आज तक नहीं हो पाया था.

सीएम ने कहा है कि इंदिरा गांधी फीडर की रीलाईनिंग हेतु पंजाब द्वारा 28 मार्च से 28 मई 2021 तक 60 दिन की नहरबंदी ली गई. पंजाब से नहरबंदी के पश्चात वहां से पानी छोड़ने के बाद हनुमानगढ़ और गंगानगर में प्रदूषित पानी की समस्या देखी गयी है. राजस्थान सरकार ने इस दिशा में निम्न कदम उठाए हैं.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदूषित पानी की रोकथाम के लिए मुख्य अभियंता, जल संसाधन, हनुमानगढ़ के द्वारा मुख्य अभियंता से वार्ता की गयी है. उसे प्रदूषित जल तुरंत प्रभाव से रोकने के लिए आग्रह किया गया है. मुख्य सचिव, राजस्थान ने मुख्य सचिव, पंजाब से पत्र के जरिये प्रदूषित जल की रोकथाम के लिए शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया गया.

सीएम ने कहा कि सचिव, पर्यावरण एवम सचिव जल संसाधन पंजाब सरकार से भी प्रदूषित जल के संबंध में कार्यवाही का आग्रह किया गया है. मुख्य सचिव राजस्थान की ओर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देश के संदर्भ में पंजाब को प्रकरण में उतर दायित्व लेते हुए कठोर कार्रवाई करने तथा जल जैसे प्राकृतिक एवम दुर्लभ पर्यावरणीय संसाधन को सुरक्षित करने तथा आमजन को स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराने के संवैधानिक दायित्व को पूर्ण करने और प्रभावी निगरानी तंत्र विकसित करने हेतु निर्देशित किया गया है.

गहलोत ने कहा कि वर्तमान में नहरबंदी के पश्चात हरिके हेड पर प्राप्त प्रदूषित जल की प्रतिदिन की निगरानी और जांच पर्यवेक्षण के लिए अधिशाषी अभियंता, राजस्थान कैनाल खण्ड़ फिरोजपुर को तैनात किया गया है. आज हरिके हैड पर प्राप्त पानी की गुणवत्ता में अपेक्षाकृत सुधार हुआ है. गंगनहर प्रणाली की मुख्य नहर बीकानेर कैनाल की आर.डी. 368 पर राजस्थान सीमा में प्राप्त पानी की गुणवत्ता में सुधार है. पंजाब से प्राप्त हो रहे पानी के नमूने जांच हेतु जन स्वा. अभि. विभाग, श्रीगंगानगर को जांच एवं पेयजल के शोधन की कार्रवाई हेतु भिजवाये जा रहे हैं.

Source : “Zee News”

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