अब जनता को घर-घर राशन पहुंचाया जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि राशन के लिए किसी को परेशान न होना पड़े। एक अधिकारी ने बताया कि 1 फरवरी से चावल और राशन को घर तक डिलेवर किया जाएगा। योजना में सरकार 830 करोड़ रुपए खर्च करेगी। नागरिक आपूर्ति विभाग ने चावल की खरीद में बदलाव किया है। जनता को सॉर्टेक्स चावल मिलेंगे और रीयूजएबल बैग का इस्तेमाल राशन आपूर्ति में किया जाएगा। हर चावल के बैग को सील किया जाएगा और सबका एक यूनिक कोड होगा। एक वाहन में करीब पांच लाख 81 हजार रुपए की कीमत का सामान आएगा। लाभार्थियों को समान 60 प्रतिशत सब्सिडी पर मिलेगा। सब्सिडी का कुल बजट तीन लाख 48 हजार 600 रुपए है। आंध प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार ने एक बड़ी योजना की शुरुआत की है। सरकार ने राशन की होम डिलीवरी शुरू की है। सीएम रेड्डी ने आज (गुरुवार) विजयवाड़ा में राशन डोर डिलीवरी व्हीकल्स को हरी झंडी दिखाई। जगन सरकार ने चावल और अन्य आवश्यक वस्तुओं को घर पहुंचाने के लिए 539 करोड़ रुपए के 9260 गाड़ियां खरीदी हैं।
- वाहनों में होगा GPS
डिलीवरी वाहनों में जीपीएस फिट होगा, जिससे प्रत्येक वाहन को ट्रैक किया जा सकेगा। वाहनों को हर महीने के 18 दिनों में राशन पहुंचाना होगा। बेरोजगारों को रोजगार गारंटी योजना के तहत राशन दिया जाएगा। बता दें दिल्ली में यह योजना पहले से चल रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल इसका ऐलान किया है। दिल्ली सरकार ने इसे मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना का नाम दिया है।