बेतिया। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। आए दिन नए संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में संक्रमण से सुरक्षा के लिए सजग होना अत्यंत जरूरी है। हालांकि कोरोना से रिकावरी दर में काफी वृद्धि हुई है। जिले में रिकावरी दर 93 फीसद हो गई है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हमारे ऊपर से खतरा टल ही गया है। हमें तब तक सावधान रहना है जब तक इसका वैक्सीन नहीं आ जाता है। चिकित्सकों के अनुसार संक्रमण से सुरक्षा के लिए बहरहाल मास्क एवं शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। कोरोना को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सावधान रहना जरूरी हो गया है। इसमें किसी तरह की लापरवाही घातक हो सकता है। कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए मास्क एवं फिजिकल डिस्टेसिग के नियमों का पालन अनिवार्य किया गया है। सिन्हा मल्टी स्पेशियलिटी एवं लेप्रोस्कोपिक सेंटर के निदेशक डा. मोहनीश सिन्हा ने बताया कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है, इसकी रिकावरी दर बढ़ी है, लेकिन इससे सावधान एवं सुरक्षित रहना जरूरी है। वैक्सीन आने तक यह सावधानी लोगों को बरतनी है। उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए तीन लेयर के कपड़े का मास्क सबसे ज्यादा सुरक्षित है।
एन 95 मास्क उनके लिए है, जो कोरोना कोरोना पॉजिटिव हैं या मरीज का इलाज कर रहे हैं। आम लोगों के लिए सबसे बेहतर यह होगा कि वे वे थ्री लेयर कपड़े का मास्क पहने। इसे धोकर आसानी से साफ किया जा सकता है और उसे बार-बार उपयोग किया जा सकता है। जबकि सर्जिकल मास्क एक बार ही उपयोग किया जा सकता है।
दुबारा उपयोग घातक साबित हो सकता है। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा जांच कराने पर भी जो दिया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद यदि संक्रमित व्यक्ति का पता चलता है, तो वह व्यक्ति स्वयं को आइसोलेट कर लेगा और उसके परिवार एवं आसपास के लोग संक्रमित होने से बच जाएंगे।