3 अगस्त 2022 ताइवान और चीन को लेकर एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाएं हो रही हैं. ताइवान में अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद चीन का रिसपांस अलगअलग ही दिख रहा है. दौरे के विरोध में चीन सिर्फ बयानबाजी ही नहीं कर रहा है बल्कि ताइवान के डिफेंस जोन में 21 एयरक्राफ्ट उड़ाकर चीन ने चेतावनी भी दी है. चीन और ताइवान की यह दुश्मनी नई नहीं है, इसके पीछे पुराना आपसी झगड़ा खास वजह है. आइए जानते हैं ताइवान का इतिहास और वहां की खासियतें क्या हैं
भौगोलिक स्थिति और इतिहास
पूर्वी एशिया का द्वीप ताइवान अपने आसपास के कई द्वीपों को मिलाकर चीनी गणराज्य का अंग है. इसका मुख्यालय ताइवान द्वीप और राजधानी ताइपे है. बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, वहीं ताइवान खुद को स्वतंत्र देश समझता है. 1949 में च्यांग काई-शेक के वक्त से दोनों देशों राजधानी ताइपे है. बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, वहीं ताइवान खुद को स्वतंत्र देश समझता है
Source;-“आज तक”