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‘किम जोंग या सोरोस….किसके साथ करेंगे डिनर?’ जयशंकर ने दिया जवाब तो हंसी नहीं रोक पाए लोग

ByPrompt Times

Oct 7, 2024
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अगर डॉक्टर एस जयशंकर को किम जोंग उन या जॉर्ज सोरोस के साथ डिनर का  मौका मिला तो वे किसके साथ भोजन करेंगे. इस पर जयशंकर ने ऐसा चुटीला जवाब दिया कि सब ठहाके लगा पड़े.

 

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को अपनी हाजिर जवाबी के लिए जाना जाता है. वे अपनी बेबाकी से अमेरिका और यूरोप में जाकर भी वहां की सरकारों को आइना दिखा चुके हैं. अब उन्होंने एक बार फिर अपनी इस अदा से दुनिया को चौंकाया है. एक कार्यक्रम के दौरान एंकर ने जब उनसे पूछा कि किम जोंग उन या जॉर्ज सोरोस में से किसके साथ डिनर करना पसंद करेंगे तो उन्होंने जो जवाब दिया, उस पर पूरे हॉल में तालियां बज उठीं. उनका यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

‘नवरात्रि चल रही और मैं उपवास पर हूं’ 
वायरल वीडियो के अनुसार, एंकर के डिनर वाले सवाल पर जयशंकर ने मुस्कराते हुए पहले वाला नाम पूछा तो रिपोर्टर ने बताया, ‘किम जोंग उन उत्तर कोरिया’. इस पर जयशंकर ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘नवरात्रि चल रही है और मैं उपवास पर हूं.’ उनके इतना कहते ही हॉल में बैठे सब लोग ठहाके मारकर हंस पड़े.

कूटनीतिक जवाब से दे दिया बड़ा मैसेज

असल में जयशंकर ने इस जवाब के जरिए दोनों पर तंज कस दिया था. किम जोंग उन पूरी तरह मांसाहारी हैं और उनके भोजन में अजीब- अजीब किस्म के मांसाहारी भोजन शामिल होते हैं. जबकि जॉर्ज सोरोस भारत विरोधी संस्थाओं को फंडिंग करने और हमेशा भारत पर उंगली उठाने के लिए कुख्यात हैं. इसलिए जयशंकर ने अपने तुरंत कूटनीतिक जवाब से साफ कर दिया कि वे किसी के साथ भी डिनर नहीं कर पाएंगे.

‘यूरोप आधे दिन में खरीद लेते है उतना तेल’

ऐसा नहीं है कि जयशंकर ने यह हाजिर जवाबी पहली बार दिखाई है. यूरोप के दौरे पर एक इंटरव्यू में जब रिपोर्टर ने उनसे रूस से सस्ता तेल लेने के बारे में सवाल पूछा तो जयशंकर ने कहा कि हम (भारत) एक महीने में रूस से जितना तेल खरीदते हैं. उतना यूरोप आधा दिन में ही खरीद लेता है. इस जवाब के बाद यूरोपियन पत्रकार निरुत्तर रह गए थे क्योंकि उनका एजेंडा पूरा नहीं हो पाया था.

‘मिलने पर गले लगाना हमारे कल्चर का हिस्सा’

इसी तरह पीएम मोदी के रूसी राष्ट्रपति पुतिन से गले मिलने के बीबीसी रिपोर्टर के सवाल पर जयशंकर ने कहा था, हमारे यहां पर जब भी लोग मिलते हैं तो एक दूसरे को गले लगाते हैं. संभव है कि यह आपकी संस्कृति का हिस्सा न हो लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि यह हमारे कल्चर का अहम हिस्सा है. उनके इस हाजिर जवाबी वाले बयान ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थी और फिर मोदी- पुतिन की मुलाकात का मुद्दा दब गया था.

 

SOURCE – PROMPT TIMES


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