02 अक्टूबर 2021 | दुर्गापूजा के पहले नेपाल के लिए सीधी उड़ान कोलकाता से नहीं होने के कारण यहां के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कम बजट में नेपाल में टूरिज्म का बढ़िया अवसर रहता है। एक तो यहां पशुपति नाथ मंदिर का दर्शन हो जाता है और दूसरा एक से एक पर्यटक स्थल भी कोलकातावासियों को वहां देखने को मिलते हैं। इसके साथ बंगाल के काफी लोग नेपाल में रहते भी हैं और वहीं व्यवसाय भी करते हैं।
कोलकाता से काफी युवा एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए नेपाल जाते हैं। अब इन सबको काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। या तो सड़क के रास्ते बिहार या फिर बंगाल से उन्हें घंटों सफर करके नेपाल जाना पड़ेगा, जो कि काफी परेशानी वाला ट्रिप हो जाता है। कोलकाता एयरपोर्ट डायरेक्टर सी. पट्टभी ने कहा कि अभी तक कहीं से कोई भी सूचना नेपाल के लिए उड़ानों की शुरुआत के लिए नहीं आयी है। न ही कोई एयरलाइंस ने इसके लिए संपर्क किया है।
कोलकाता स्थित नेपाल कांसुलेट ऑफिस के कांसुल बिश्व प्रसाद पनेरू ने कहा कि कांसुलेट कार्यालय की ओर से नेपाल सरकार को इस बारे में निवेदन किया गया है कि कोलकाता से काठमांडू के लिए उड़ान परिसेवाओं की शुरूआत की जाए। कोलकाता से काफी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए नेपाल जाते हैं। कोलकाता से ट्रेन परिसेवाएं जारी है। हावड़ा से रक्शॉल तक की ट्रेन है। इसके अलावा यात्री कोलकाता से पटना व वहां से बस के रास्ते भी जा सकते है। वहां जाने के लिए वीजा की भी जरूरत नहीं है। यात्रियों के पास पासपोर्ट, वोटर कार्ड या फिर आधार कार्ड रहने से ही वहां जाया जा सकता है।
नेपाल में ऐसे तो काफी डेस्टिनेशन है लेकिन 5 बेहतरीन डेस्टिनेशन में पोखरा, लुम्बिनी, मुक्तिक्षेत्र, पशुपति नाथ मंदिर तथा चितवन नेशनल पार्क हैं। नेपाल का ट्रिप बंगालवासियों का खासा पसंद है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तो कम बजट में एक विदेशी गंतव्य में घूमना हो जाता है और दूसरा प्राकृतिक छटाओं में घूमने का लोगों को अवसर मिल जाता है।
इस बारे में ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया, ईस्ट के सेक्रेटरी व एयरकॉम ट्रैवेल्स के चेयरमैन अंजनी धानुका ने बताया कि दुर्गापूजा तक उड़ान परिसेवा की शुरुआत की उम्मीद है। भारतीय एयरलाइंन इसकी शुरुआत कर सकती है। उन्होंने कहा कि नेपाल एक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है जहां काफी संख्या में बंगाल से लोग जाना पसंद करते हैं। इस बार उड़ान परिसेवाओं के बंद होने के कारण काफी मुश्किल का सामना यात्रियों को करना पड़ रहा है। जो यात्री नेपाल से दुर्गापूजा के दौरान लौटना चाहते हैं, उन्हें काफी खर्च करना पड़ रहा है। बंगाल से कुछ छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए नेपाल गये हैं। उन्हें नेपाल से दिल्ली होकर कोलकाता आना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें 25 हजार रुपये सिर्फ टिकट के देने पड़ रहे हैं।
इसलिए लंदन से की जा रही है तुलना
कोलकाता से काठमांडू की उड़ान नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी जेब ढीली करनी पड़ रही है। काठमांडू जाने व आने में 50 हजार तो फिर उड़ान का किराया ही लग जा रहा है। ऐसे में लोग कहने लगे हैं कि अगल लंदन की उड़ान की टिकट 2 महीने पहले बुक की जाते तो 40 से 50 हजार के भीतर यह उपलब्ध हो जाती है। यानी कि नेपाल का किराया और लंदन के किराये में सीधे तौर पर लोग तुलना करने लगे हैं।
Source :- जागरण