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अवैध गांजा व्यापार के लिए अचानक कोरिया जिला आया सुर्खियों में… पर्यटन के बजाए चिरमिरी बना गांजे का हब, पड़ोसी राज्य व जिलों में हो रही सप्लाई

ByPrompt Times

Jul 24, 2020
अवैध गांजा व्यापार के लिए अचानक कोरिया जिला आया सुर्खियों में… पर्यटन के बजाए चिरमिरी बना गांजे का हब, पड़ोसी राज्य व जिलों में हो रही सप्लाई

कभी प्रदेश में कोयला उत्पादन के लिए सुर्खियों में रहने वाला कोयलांचल क्षेत्र चिरमिरी इन दिनों अवैध कारोबार का गढ़ बन गया है। लगातार हो रही पुलिसिया कार्यवाही के बावजूद क्षेत्र में जुआ सट्टा से लेकर अवैध कबाड़ और मादक पदार्थों की बिक्री चोरी छुपे जारी है। वर्तमान में चिरमिरी पर्यटन का हब बने या ना बने लेकिन अवैध गांजे के व्यापार का हब जरूर बना गया है। यहां से दुपहिया व चार पहिया वाहनों के माध्यम से पड़ोसी जिलों व पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में गांजा की सप्लाई की जा रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गत दिनों कोरिया जिले मैं 1 दिन में तीन अलग-अलग स्थानों से लगभग 21 लाख की कीमत का 2 क्विंटल से ज्यादा अवैध गांजा का पकड़ा जाना है। साथ में 11 लाख के दो फोर व्हीलर व एक टू व्हीलर वाहन भी जप्त हुआ था। अवैध गांजा के तस्करी व इस व्यापार को संचालित करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार हुए थे। जिसमें चार आरोपी अकेले नगर पालिक निगम चिरमिरी क्षेत्र के निवासी हैं। इस कार्यवाही में मुखबिरों व कोरिया पुलिस कप्तान की सराहनीय भूमिका रही। लेकिन असल कहानी कुछ और ही है।

सूत्रों की यदि माने तो कुछ रसूखदार लोगों के राजनैतिक संरक्षण में सुनियोजित ढंग से चिरमिरी में गांजा के अवैध व्यापार को संचालित व संरक्षित किया जा रहा है। इस व्यापार में बेरोजगारों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है। जो कि गांजा की सप्लाई में लिप्त हैं। कोविड 19 कोरोना के संक्रमण कॉल में भी अंतरराज्यीय व जिलों के बैरियर्स से पार होकर उड़ीसा से मामूली दाम पर आने वाला गांजा चिरमिरी में अपने भंडार गृह तक आते आते बहुत कीमती हो जाता है। चिरमिरी में दबी जुबान में होने वाली चर्चाओं की बात करें तो चिरमिरी से तस्करों द्वारा अवैध गांजा मध्यप्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी बड़े पैमाने पर मांग के अनुसार भेजा जाता है। जिसमें चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल होता है, वही स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए मोटरसाइकिल या स्कूटी का प्रयोग किया जाता है। कोरिया जिले में 1 दिन में तीन अलग-अलग स्थानों पर कोरिया पुलिस कप्तान के निर्देशन में पुलिस द्वारा घेराबंदी करके पकड़े गए गांजे की बड़ी मात्रा और जप्त दो फोर व्हीलर व एक मोटरसाइकिल इन सब बातों की पुष्टि करते हैं। इस अवैध गांजा सप्लाई में पकड़े गए आरोपी जहां चिरमिरी के थे, वहीं वाहन भी चिरमिरी का ही बताया जाता है।

अवैध गांजा व्यापार के लिए अचानक कोरिया जिला आया सुर्खियों में… पर्यटन के बजाए चिरमिरी बना गांजे का हब, पड़ोसी राज्य व जिलों में हो रही सप्लाई

बीते दिनों कोरिया जिले में 7 जुलाई को चिरमिरी साजा पहाड़ मनेंद्रगढ़ मार्ग पर मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी सचिन सिंह द्वारा सफेद रंग के पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 16 सी एल 3806 से जांच के दौरान पांच प्लास्टिक बोरे में रखें 165 गांजा पैकेट जो कि वजन में 165 किलोग्राम था और जिसकी बाजार कीमत 17 लाख होना बताया जाता है को जप्त किया गया। साथ ही इस गांजे को मध्यप्रदेश ले जा रहे अभिषेक जायसवाल पिता कमलेश जायसवाल उम्र 20 वर्ष निवासी न्यू टिकरापारा वार्ड नंबर 31 गोदरी पारा चिरमिरी व राशिद हुसैन पिता जाकिर हुसैन उम्र 21 वर्ष निवासी डोमन हिल चिरमिरी को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार कोरिया जिले के केल्हारी थाना क्षेत्र में एक बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी 16 सीबी 0770 में 34 किलो अवैध गांजा कीमत लगभग ₹4 लाख रुपए के साथ डोमन हिल चिरमिरी निवासी अब्दुल इब्राहिम पिता अब्दुल हनीफ उम्र 36 साल व रामानुजनगर सूरजपुर जिला निवासी प्रदीप पिता बुद्धू लाल उम्र 30 साल को गिरफ्तार किया। इसी प्रकार चिरमिरी नागपुर मनेंद्रगढ़ मार्ग पर उदलकछार रेलवे फाटक के पास की गई पुलिस की घेराबंदी में डोमनहिल चिरमिरी निवासी सुशील दास पिता सूरज दास को पकड़ कर के उसके मोटरसाइकिल से एक लाख कीमत का गांजा बरामद किया गया। उक्त प्रकरणों गिरफ्तार हुए 5 आरोपियों में से 4 कोरिया जिले के चिरमिरी निवासी हैं। गत 30 जून को सूरजपुर जिले में भी नरेशपुर निवासी एक आरोपी को अवैध गांजा सहित पकड़ा गया था। जिसने पूछताछ में सूरजपुर पुलिस को चिरमिरी से गाँजा लाना बताया था। जो इस ओर इशारा कर रहा है कि कोरिया जिले का कोयलांचल क्षेत्र कहे जाने वाले चिरमिरी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। बल्कि यहां कम समय में करोड़पति बनने की मंशा वाले सुनियोजित गिरोह द्वारा बड़े कुशलता से अवैध गांजा कारोबार को संचालित किया जा रहा है। जो कि “शिष्टाचार” व वृहद संरक्षण के बिना असंभव सा जान पड़ता है। गत वर्ष भी जून माह में ही गेल्हापानी चिरमिरी में एक ट्रक से लगभग 8 क्विंटल गाँजा बरामद हुआ था। इस ख़बर ने खूब सुर्खियां बटोरी थी, क्योंकि पुलिस के एक अधिकारी ने उक्त ट्रक के गुमने और फिर मिल जाने की ख़बर सोसल मीडिया में डाली थी।
बहरहाल उक्त मामलों और घटनाक्रम को देखते हुए ईमानदारी से चिरमिरी क्षेत्र सहित पूरे कोरिया जिले में मुखबिरों का जाल बिछा व कड़ी नाकाबंदी कर इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाए जाने की आवश्यकता है। जिससे कि नशे के गर्त में जा रही युवा पीढ़ी को बचाया जा सके। पुलिस के इस कार्य से नशे की हालत में होने वाले अपराधों का भी ग्राफ कम होगा। हालाँकि चिरमिरी थाने में जब से नए थाना प्रभारी के पद पर सत्यप्रकाश तिवारी की नियुक्ति हुई है, तब से उनके द्वारा इस तरह के अनैतिक कार्यों में संलिप्त लोगों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है। लेकिन इसके साथ जरूरी है कि छोटी मछलियों के अलावा उनके सरगना बड़े मगरमच्छों को कानून के शिकंजे में लेना। जिससे कि उनके अवैध कार्यों की जड़ों पर प्रहार हो सके।

सोमनाथ दत्ता

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