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आत्मनिर्भर भारत अभियान, खादी ग्रामोद्योग को ITBP से मिला 1200 क्विंटल ‘सरसों तेल’ का आर्डर

ByPrompt Times

Aug 29, 2020
आत्मनिर्भर भारत अभियान, खादी ग्रामोद्योग को ITBP से मिला 1200 क्विंटल 'सरसों तेल' का आर्डर
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अर्धसैन्य बल भारत- तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (Khadi and Village Industries Commission ) को 1.73 करोड़ रुपए के 1200 क्विंटल ‘कच्ची घानी सरसों के तेल‘ की आपूर्ति करने का आर्डर दिया है. खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बताया कि आईटीबीपी (ITBP) से यह पहला आर्डर मिला है और इसकी आपूर्ति एक महीने के भीतर करनी होगी. दोनों पक्षों ने इस संबंध में 31 जुलाई को एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे.

नितिन गडकरी ने की सराहना
MSME ​​मंत्री, नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने KVIC के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करेगा और गांव के उद्योगों से जुड़े लाखों लोगों को सशक्त करेगा. खरीद का आदेश 31 जुलाई को KVIC और ITBP के बीच समझौते के कुछ हफ्ते बाद हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ मुहीम के तहत एक बड़ा कदम है.

स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहन 
KVIC ने कहा है कि इस आदेश से उच्च गुणवत्ता की कच्ची घानी सरसों के तेल का निर्माण करने वाले खादी संस्थानों में अतिरिक्त रोजगार पैदा होगा. KVIC ने खादी संस्थानों को 3 शिफ्टों में काम करने का निर्देश दिया है ताकि 30 दिनों की निर्धारित अवधि के भीतर आपूर्ति को पूरा किया जा सके. यह आदेश खादी कारीगरों के लिए ज्यादा रोजगार पैदा करेगा और इस तरह स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करेगा.

अमित शाह ने दिए निर्देश
गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के अनुसार अर्धसैनिक बल को ‘आत्मानिभर भारत अभियान’ का समर्थन करते हुए अब स्थानीय उत्पादनों को प्रोत्साहन देंगे. केवीआईसी (KVIC) ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Ministry of Home Affairs) ने पूरे भारत में आर्मी कैंटीन (Army canteen) के माध्यम से केवल ‘स्वदेशी’ उत्पादों को बेचना अनिवार्य कर दिया है.

खादी ग्रामद्योग ने आभार व्यक्त किया 
KVIC के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने इस आर्डर का का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारे गांव के उद्योगों को मजबूत करने और स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. सक्सेना ने कहा कि स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने और हमारे गांव के उद्योगों को मजबूत करने से, हम वित्तीय संकट को भी काफी हद तक दूर कर सकते हैं. इससेे अपने लोगों के लिए स्थायी रोजगार का निर्माण कर सकते हैं. साथ ही, सीमा पर मौजूद हमारे जवानों को शुद्ध सरसों का तेल मिलेगा. इसके अलावा हम कोशिश करेंगे कि आर्डर आपूर्ति समय से पहले हो जाए.

एक वर्ष का समझौता
खादी ग्रामोद्योग (KVIC) और आईटीबीपी (ITBP) ने एक वर्ष की अवधि के लिए इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसे आगे बढ़ाया जा सकता है. इसके साथ सरसो तेल के अलावा और भी कई प्रोडक्ट जैसे- कपास मैट (दरी), कंबल, चादरें, तकिया कवर, अचार, शहद, पापड़ और सौंदर्य प्रसाधन आदि हैं. तेल और दरी का कुल मूल्य लगभग 18 करोड़ रुपये होगा.
















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