आत्मनिर्भर भारत अभियान (Aatm Nirbhar Bharat Yojana) के तहत केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) ने एक बड़ा फैसला किया है. इस फैसले के तहत देश के सभी पोर्ट्स (Ports) को ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए जोर दिया गया है. यानी अब से विदेशी टग बोट का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. बल्कि उसकी जगह स्वदेशी टग बोट इस्तेमाल में लाई जाएगी.
शिपिंग इंडस्ट्री को बढ़ावे के साथ अभियान को मिलेगा बल
जहाजरानी मंत्री मनसुखभाई मांडविया के मुताबिक, सरकार की कोशिश है कि मेक इन इंडिया के तहत शिपिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिले. लिहाजा यह फैसला किया गया है और इसके आने वाले दिनों में बड़े परिणाम सामने आएंगे, जिससे ना सिर्फ शिपिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी बल मिलेगा.
पुराने शिपयार्ड को किया जा रहा रिनोवेट
भारत सरकार दुनिया के कुछ चुनिंदा देशों से भी बात कर रही है जो बड़े शिप बनाने में माहिर हैं. उनके साथ मिलकर सरकार की कोशिश यह है कि मेक इन इंडिया के तहत देश में ही बड़े जहाजों का निर्माण होने लगे. देश के पुराने शिपयार्ड को रिनोवेट किया जा रहा है.
जहाज निर्माण से लेकर रीसाइक्लिंग तक सब कुछ होगा स्वदेशी
शिपिंग मंत्री के मुताबिक सरकार की कोशिश यह है कि आने वाले दिनों में ना सिर्फ भारत में बड़े जहाजों का पूरी तरह से स्वदेशी निर्माण हो बल्कि उनकी रिपेयरिंग, रीसाइक्लिंग से लेकर सारे काम मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही हो.
ZEE