29-जुलाई-2021 | जुलाई में मानसून रेवाड़ी जैसे सूखे इलाके पर इस कदर मेहरबान हुआ कि 16 साल पुरानी याद ताजा कर दी। 2006 में जुलाई में 291.5 एमएम बारिश हुई थी, जबकि इस बार अब तक तक 278 एमएम बारिश हो चुकी है, जबकि महीना खत्म होने में दो दिन बाकी हैं। इससे पहले 2016, 2010 व 2008 में भी अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन इस बार जितनी बारिश नहीं हुई।
वहीं इस बार रेवाड़ी में बारिश का कोटा 27 दिन में ही पूरा हो गया, जबकि अभी सावन महीने के 26 दिन बाकी हैं। 3 जुलाई से 29 जुलाई तक जिले में 278 एमएम बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा 19 जुलाई को 85 एमएम बारिश हुई यानी अब तक इतना पानी बरस चुका है कि जोहड़-तालाब सब तरबतर हो गए। कई वर्षों बाद रेवाड़ी को सूखे से राहत मिली।
जिन गांव में जोहड़ व तालाब सूख चुके थे, उनमें अब पानी नजर आ रहा है। वैसे इस बार मानसून की शुरूआत धीमी बारिश से हुई, लेकिन उसके बाद तेज बारिश का दौर जारी है। सबसे ज्यादा बारिश 19 व 20 जुलाई दो दिन हुई थी। पूरे एक दिन बारिश नहीं रुकने से रेवाड़ी शहर दरिया की तरह नजर आ रहा था। उसके बाद बुधवार को बारिश हुई। इस बार औसत से 20 एमएम ज्यादा बारिश हो चुकी है।
कई गांवों में सूख चुके थे जोहड़
रेवाड़ी में जलस्तर काफी नीचे पहुंच चुका है। रेवाड़ी के खोल एरिया में तो हालात और भी बुरे है। यहां कई वर्षों से अच्छी बरसात की उम्मीद लगाई जा रही थी, जो इस बार पूरी होती दिख रही है। हालात ये बन चुके थे कि कई गांवों में सदियों पुराने जोहड़ व तालाब में पानी सूख चुका था। गांव कालाका में कई वर्षों बाद जोहड़ पानी से लबालब नजर आ रहा है। अन्य कई गांवों में जोहड़ व तालाब पानी से भरे हैं।
किसानों के लिए बड़ी राहत
हर साल जुलाई सूखा ही निकल जाता था, जिसका सीधा असर किसानों की फसल पर पड़ता था। इस बार जुलाई माह में इन्द्रदेव किसानों पर काफी मेहरबान दिखे। दक्षिणी हरियाणा में इस समय बाजरे की फसल की बुआई होती है। अच्छी बारिश के बाद किसानों को अब खेतों में सिंचाई की जरूरत नहीं है।
Source;-“दैनिक भास्कर”