11 जून 2022 | बॉलीवुड एक्टर महिमा चौधरी ब्रेस्ट कैंसर से रिकवर हो चुकी हैं। इन दिनों वे लखनऊ में अनुपम खेर के साथ 'द सिग्नेचर' की शूटिंग कर रही हैं। अनुपम खेर के साथ उनका वीडियो वायरल हो रहा है, जहां वे अपनी कैंसर की जर्नी शेयर कर रही हैं।
कैंसर पीड़ित महिलाओं के लिए महिमा का मैसेज
जब मेरी कीमोथैरेपी चल रही थी तब मैं ऐसी कई महिलाओं से मिली जो कीमो के बाद सीधे अपने काम पर जाती थीं। एक दिन मैंने एक महिला से पूछा कि आपको काम से ऑफ नहीं मिलता? वो बोलीं– कंपनी तो उन्हें ऑफ देती है, लेकिन वे सामान्य जिंदगी जीना चाहती हैं। इसी वजह से अपने काम पर जा रही हैं। उनकी बात सुनकर मैं प्रेरित हुई और फिर अपने हौसले को कमजोर नहीं होने दिया।
आज जरूरत की खबर में जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ी जरूरी बातें।
सवाल- ब्रेस्ट कैंसर क्या है और यह कैसे होता है?
जवाब- ब्रेस्ट या स्तन महिला के शरीर का मुख्य हिस्सा है। ब्रेस्ट का काम है कि वह अपने टिश्यू से दूध बनाए। ये टिश्यू माइक्रोस्कोपिक वेसल्स की मदद से निप्पल से जुड़े होते हैं। जब ब्रेस्ट वेसल्स में छोटे और हार्ड पार्टिकल जमने लगते हैं या फिर ब्रेस्ट के टिश्यू में छोटी गांठ बनने लगती है, इसे ही ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं।
सवाल- आपकी मां, मौसी और बुआ को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो क्या आपको भी होगा?
जवाब- जेनेटिक कैंसर होने के चांसेज 20-30% ही होते हैं। यानी अगर आपके परिवार के फर्स्ट रिलेशन में किसी को कैंसर हो चुका है या हुआ है तो आपको भी होने की संभावना रहती है।
सवाल- ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं?
जवाब-
- दर्दरहित गठान
- ब्रेस्ट में दर्द
- स्किन लाल होना या रंग में बदलाव
- निप्पल से खून आना
- ब्रेस्ट के आसपास सूजन होना
- ब्रेस्ट का साइज बढ़ना
- ब्रेस्ट में गांठ होना
सोर्स- डॉ.रश्मि निचलानी, कंसल्टेंट सर्जिकल पैथोलॉजिस्ट
सवाल- ब्रेस्ट कैंसर है या नहीं इसका पता कौन-से टेस्ट से चल सकता है?
जवाब-
मैमोग्राम – इसमें ब्रेस्ट का एक्सरे करते हैं। इससे पता लगाया जाता है कि कहीं ब्रेस्ट में किसी तरह का कैंसर तो नहीं बन रहा।
3D टोमोसिंथेसिस- ब्रेस्ट कैंसर के कोई भी लक्षण नहीं दिखने पर डॉक्टर इस तकनीक का इस्तेमाल करके कैंसर का पता लगा सकते हैं।
ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड- यह टेस्ट ब्रेस्ट की फोटो, साउंड फ्रीक्वेंसी के जरिए देती है। इसका इस्तेमाल मैमोग्राम से कैंसर का पता लगाने के लिए करते हैं।
ब्रेस्ट MRI- MRI यानी मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग। इस टेस्ट की सलाह तब दी जाती है, जब किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क काफी ज्यादा होता है।
ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन- इसमें महिलाएं खुद अपने ब्रेस्ट की जांच करती हैं। इसके बारे में ऊपर बताया जा चुका है।
क्लिनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन- इस टेस्ट में स्पेशलिस्ट ब्रेस्ट सर्जन, जनरल सर्जन, गायनेकोलॉजिस्ट या फैमिली फिजीशियन जांच करते हैं।
ऊपर लिखी गई बातों को अगर आप फॉलो करते हैं तो ब्रेस्ट कैंसर होने पर आपको तुरंत पता लग जाएगा। इससे आप जल्दी रिकवर हो जाएंगे।
सवाल- ब्रेस्ट में गांठ होने का मतलब है कि आपको कैंसर है?
जवाब- नहीं, जरूरी नहीं है। ब्रेस्ट में होने वाली 80% गठान कैंसर की नहीं होती है। ये आसानी से ऑपरेट हो जाती है या दवाई खाने पर गल जाती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप ब्रेस्ट की गठानों को इग्नोर करें। जैसे ही आपको गठान हो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं।
सवाल– ब्रेस्ट कैंसर के कुछ साइड इफेक्ट्स भी है क्या?
जवाब– हां, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हैं, जिसकी शिकायत ज्यादातर इलाज के दौरान मरीज करते हैं।
- भूख न लगना
- मतली या उल्टी
- थकान और कमजोरी
- मुंह के छाले
- बाल झड़ना
- वजन बढ़ना
- प्री-मेनोपॉज
सवाल– बेस्ट कैंसर से ठीक होने के बाद क्या मां बनने में परेशानी होती है?
जवाब– हां, कुछ मामलों में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। कीमोथैरेपी ओवरी को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके बावजूद ऐसी महिलाएं IVF की मदद से आसानी से मां बन सकती हैं।
सिर के बाल दोबारा आ सकते हैं, इसलिए कॉन्फिडेंस को मरने न दें
सिर पर बाल न होना और कुछ केस में जिंदगी बचाने के लिए ब्रेस्ट काटकर अलग कर देना महिलाओं के लिए शर्मिंदगी की बात होती हैं। ऐसी महिलाओं का कॉन्फिडेंस कम हो जाता है।
अब महिमा के केस में ही देख लें। महिमा के बाल झड़ जाने के बाद उन्हें वेब सीरीज और विज्ञापन के लिए कॉल आए, लेकिन उन्होंने बाल की वजह से किसी को हां नहीं कहा।
वहीं आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा का केस ल लें। ताहिरा ने सोशल मीडिया पर अपने गंजे होने के बाद की तस्वीर डाली और लिखा–
हैलो दुनिया। नए लुक में, मैं वही पुरानी हूं। एक्सटेंशंस लगाकर मैं थक चुकी थी। इसलिए यह नया लुक कैसा है? और काफी मुक्त महसूस कर रही हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे सिर पर बाल नहीं रहेंगे, लेकिन अब मैं बेहतर महसूस कर रही हूं।
ताहिरा कहती भी हैं कि कैंसर की वजह से चले गए सिर के बाल दोबारा आ सकते हैं, लेकिन कॉन्फिडेंस एक बार गया तो उसे दोबारा लाने में वक्त लगता है। इसलिए कॉन्फिडेंस को न मरने दें।
अंत में इन दो डेटा पर नजर डालते हैं
- हर साल करीब 17 लाख नए ब्रेस्ट कैंसर के मामले दुनियाभर में सामने आते हैं। भारत में ऐसे मामलों की संख्या 2 लाख है। इनमें से लगभग 1 लाख महिलाओं की इस कैंसर की वजह से मौत हो जाती है।
- भारत सरकार के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में 712,758 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी पाई गई है। यानी हर 29 महिला में से 1 महिला स्तन कैंसर से जूझ रही है।
सोर्स;- ‘’दैनिकभास्कर’’