8 जुलाई 2022 रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या पाटीदार ने दुनिया में खूबसूरती का डंका बजाया। 120 देशों को पछाड़कर मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया 2021 का खिताब जीता। उन्हें मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन का अवॉर्ड भी मिला है। प्रतियोगिता साउथ कोरिया के सियोल में 5 जुलाई को हुई। इससे पहले दिव्या मिसेज इंडिया माय आइडेंटिटी-2018 और मिसेज यूरेशिया-2019 की विजेता रही हैं।
खुद डिजाइन किए गाउन
दिव्या पाटीदार इस सफलता का श्रेय मां राधा पाटीदार को देती हैं। दिव्या ने कोरोना काल में पिता को खो दिया था। इसके बाद मां ने अपनी तकलीफों को भूल कर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। खास है कि दिव्या ने कॉम्पिटीशन में पहनने के लिए खुद ही गाउन डिजाइन किए। साथ ही, तीन साल के बेटे आर्यमन को भी संभाला।
रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या पाटीदार ने दुनिया में खूबसूरती का डंका बजाया। 120 देशों को पछाड़कर मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया 2021 का खिताब जीता। उन्हें मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन का अवॉर्ड भी मिला है। प्रतियोगिता साउथ कोरिया के सियोल में 5 जुलाई को हुई। इससे पहले दिव्या मिसेज इंडिया माय आइडेंटिटी-2018 और मिसेज यूरेशिया-2019 की विजेता रही हैं।
खुद डिजाइन किए गाउन
दिव्या पाटीदार इस सफलता का श्रेय मां राधा पाटीदार को देती हैं। दिव्या ने कोरोना काल में पिता को खो दिया था। इसके बाद मां ने अपनी तकलीफों को भूल कर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। खास है कि दिव्या ने कॉम्पिटीशन में पहनने के लिए खुद ही गाउन डिजाइन किए। साथ ही, तीन साल के बेटे आर्यमन को भी संभाला।
रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या पाटीदार ने दुनिया में खूबसूरती का डंका बजाया। 120 देशों को पछाड़कर मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया 2021 का खिताब जीता। उन्हें मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन का अवॉर्ड भी मिला है। प्रतियोगिता साउथ कोरिया के सियोल में 5 जुलाई को हुई। इससे पहले दिव्या मिसेज इंडिया माय आइडेंटिटी-2018 और मिसेज यूरेशिया-2019 की विजेता रही हैं।
खुद डिजाइन किए गाउन
दिव्या पाटीदार इस सफलता का श्रेय मां राधा पाटीदार को देती हैं। दिव्या ने कोरोना काल में पिता को खो दिया था। इसके बाद मां ने अपनी तकलीफों को भूल कर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। खास है कि दिव्या ने कॉम्पिटीशन में पहनने के लिए खुद ही गाउन डिजाइन किए। साथ ही, तीन साल के बेटे आर्यमन को भी संभाला।
source “दैनिक भास्कर”