• April 24, 2024 7:12 pm

अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को वास्तव में विकास का फायदा मिल रहा है

4 अगस्त 2022 नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में अमन चैन कायम करने, आतंकवाद का जड़ से खात्मा करने और राज्य का देश के अन्य राज्यों के समान विकास करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. पीएम मोदी की कई क्रांतिकारी विकासवादी नीतियों के चलते जम्मू-कश्मीर में आज लोगों को उसका फायदा मिल रहा है. आतंकवादी घटनाओं में तेजी से कमी दर्ज की गई है और घाटी में अमन-चैन का माहौल बना है.

जम्मू-कश्मीर में शांति रहने का सबसे अधिक लाभ पर्यटन उद्योग को मिला है, जहां फिर से इस क्षेत्र में मजबूती आयी है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 3 अगस्त को राज्यसभा में दी एक जानकारी में कहा कि इस वर्ष जनवरी से 3 जुलाई तक लगभग 1.06 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर पहुंचे. राज्य में पर्यटकों को हर सुविधा मिले इसके लिए मोदी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कुछ समय पहले जम्मू और श्रीनगर एयरपोर्ट पर हवाई जहाजों के लिए नाइट पार्किंग फैसिलिटी का उद्घाटन किया था. इसके चलते देर रात और सुबह जल्द फ्लाइट उड़ाना संभव हो सका.

आतंकवाद के खात्मे के बाद ड्रग्स के बहाने युवाओं को निशाना बना रहा पाक
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में तेजी से कमी आने के बाद चिंतित पाकिस्तान ने ड्रग्स के बहाने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को निशाना बनाने की रणनीति बनाई. पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर सरकार ने युवाओं को ड्रग्स के खतरे से बचाने और उन्हें मुख्यधारा में जोड़े रखने के लिए कई कदम उठाए.

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विजन इंडिया के सहयोग से मिशन यूथ के लिए डेडिकेटेड पोर्टल का शुभांरभ किया. इसके तहत जम्मू-कश्मीर के युवाओं को उद्योगों से जोड़ा गया. इसके तहत वर्ष 2022 में युवाओं को 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे.

जम्मू-कश्मीर में पहली बार खेलों और खेल गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्टस पालिसी बनाई गई. हर दिन खेल के लक्ष्य के साथ इस नीति से राज्य के 17.5 लाख युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़ा गया. इसके साथ ही वंचित वर्ग की 357 लड़कियों को हॉकी की ट्रेनिंग भी दी गई. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसके साथ ही 20 जिलों में 300 से अधिक स्पोर्टस इंफास्ट्रचर को जल्द पूरा करने के निर्देश भी दिए. इसके साथ नगरौटा में “खेल गांव” स्थापित करने की प्रक्रिया भी तेजी से जारी है. हाल ही में जम्मू में एक ड्रग्स डीएडिक्शन सेंटर की नींव भी रखी गई. जम्मू-कश्मीर सरकार का लक्ष्य युवाओं के ड्रग्स की लत से बचाना और उन्हें मुख्यधारा का भाग बनाना है.

आधारभूत ढांचे के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता
जम्मू-कश्मीर में निवेश और आधारभूत ढांचे का विकास रख रहा है नए राज्य की नींव जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने न्यूज18 इंडिया के खास कार्यक्रम अमृत रत्न को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में सड़कों और आधारभूत ढांचे के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. राज्य के हर कोने में सड़कों का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है. पहले जहां जम्मू से श्रीनगर आने में 11 घंटे का समय लगता था वहीं अब यह कम होकर करीब 5.30 घंटे रह गया है और इस हाइवे पर एक टनल और एलिवेटेड रोड बन जाने के बाद अगले साल से यह समय कम होकर 4.30 घंटे रह जाएगा.

औद्योगिक विकास के क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर में आजादी के बाद से बीते साल तक सिर्फ 14 हजार करोड़ का निवेश हुआ था, वहीं इसमें तेजी से वृद्धि कर इस साल अब तक 56 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी मिली है. 38 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर काम हो चुका है. देश-दुनिया की नामी कंपनियों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश में गहरी रुचि दिखाई है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 20 जुलाई को राज्यसभा को बताया था कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद से जम्मू-कश्मीर सरकार के विभिन्न विभागों में 5,502 से अधिक कश्मीरी पंडितों को सरकारी नौकरी प्रदान की गई.

घबराए पाकिस्तान की नई चाल नाकाम होगी नाकाम
मोदी सरकार के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर में तेजी से विकास की बयार बहती देख पाकिस्तान सदमे में है और आतंकवाद को जिंदा रखने की हर नई साजिश को अंजाम दे रहा है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने न्यूज18 इंडिया के खास कार्यक्रम अमृत रत्न को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में बड़े आतंकवादियों के खात्मे के बाद पाकिस्तान अब 17-18 साल के बच्चों को बहकाकर आतंकवाद को जिंदा रखना चाहता है.

कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी और आम हड़ताल अब बीते दिनों की बात हो चुकी है. आज आतंकवादी अपनी पहचान सामने आने से बचने लगे हैं. इन युवाओं को पाकिस्तान के चंगुल से बचाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. मिशन यूथ में बच्चों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर दिए जा रहे हैं. मोदी सरकार की कुशल नीतियों और दूरगामी प्रयासों के चलते वो दिन दूर नहीं जब कश्मीर एक दिन फिर से भारत का एक विकसित राज्य बनेगा और फिर से अपना गौरव प्राप्त करेगा.

Source;-“न्यूज़ 18 हिंदी”   

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