अब तक आलू ही लाल था, अब प्याज भी आंखों से आंसू निकालने लगी है। पिछले एक महीने में आलू के दाम स्थिर रहे हैं लेकिन प्याज ने करीब ढाई गुना तक की छलांग लगाई है। मंडी में पिछले एक महीने में प्याज की कीमतों में 17 रुपये तक का उछाल आया है।
महेवा मंडी में 12 अगस्त को प्याज 12-14 रुपये किलो बिकी थी जबकि खुदरा में अधिकतम 20 रुपये किलो। 1 सितम्बर को मंडी में प्याज 17-20 रुपये और फुटकर में 25 रुपये किलो तक बिकी थी। पिछले एक सप्ताह में प्याज का मूल्य मंडी में 11 रुपये तक और खुदरा में 15 रुपये तक बढ़ गया। मंडी में प्याज 28-31 तो खुदरा में 35-40 रुपये किलो बिक रही है।
आढ़ती सेराज अहमद ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में प्याज की कीमतों में ज्यादा तेजी आई है। यदि बारिश नहीं हुई तो प्याज की कीमत घटेगी और यदि बारिश हुई तो कीमत बढ़ेगी। आढ़ती शम्स तबरेज ने बताया कि प्याज की आवक की तुलना में मांग बढ़ने से दाम में वृद्धि हुई है। पिछले करीब 15 दिनों में ही रेट इस तरह चढ़ा है।
- कर्नाटक-महाराष्ट्र में बारिश ने बढ़ाई कीमतें
मंडी में कारोबार से जुड़े लोगों के मुताबिक देश में सबसे पहले प्याज की नई फसल कर्नाटक में तैयार होती है। लेकिन वहां कई हिस्सों में भारी बारिश से काफी फसल बर्बाद हो गई है। इससे बाजार की धारणा बदली है। इसके अलावा बारिश के कारण महाराष्ट्र के नासिक और मध्य प्रदेश के शाजापुर जिलों में प्याज की आवक कम हुई है। प्याज का भंडारण तो किया गया है लेकिन बारिश में खराब होने के डर से पिछले हफ्ते मंडी में ज्यादा मात्रा में प्याज की खेप नहीं पहुंची। नासिक व शाजापुर में मांग की तुलना में आवक कम होने के कारण प्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है। कारोबारियों के मुताबिक यदि फिर भारी बारिश होती है तो प्याज की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
आलू व प्याज की कीमत प्रति किलो
सब्जी मंडी में फुटकर
लाल आलू 28-31 35-40
सफेद आलू 26-28 32-35
प्याज 28-31 35-40