राजधानी दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्टस अस्पताल (Fortis Escort Hospital) के डॉक्टरों ने हिप ट्रांसप्लांट (Hip Transplant) करके एक नया रिकार्ड बनाने की कोशिश की है. डॉक्टरों का दावा है कि यह ऑपरेशन महज़ 2 इंच का कट लगाकर किया गया है.
एक महीना पहले गिर गए थे 92 वर्ष के ज्योत सिंह
92 वर्ष के ज्योत सिंह करीब 1 महीने पहले अपने घर में चलते चलते गिर गए थे. इस वजह से इनकी कुल्हे की हड्डी टूट गई थी. ज्योत सिंह की दिल के काम करने की क्षमता सिर्फ 25% प्रतिशत थी. ऐसे में कई डॉक्टरों ने इनकी सर्जरी करने से मना कर दिया था क्योंकि सर्जरी के दौरान दिल की धड़कन रुकने के साथ साथ ज्यादा खून बहने का भी खतरा था. इसके बाद दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्टस अस्पताल में इनकी सर्जरी (Hip Transplant) की गई.
मरीज में 90 प्रतिशत हॉर्ट ब्लॉकेज थी
अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के निदेशक डॉ कौशल कांत मिश्रा ने कहा,’ हम ये देखते हैं कि ऑपरेशन करने से कहीं ब्लड लॉस तो नहीं होगा. हमने देखा कि ज्योत सिंह ब्लड भी कुल ब्लड का एक चौथाई (1/4) था, जो काफी कम था. जांच में पता चला कि उन्हें 90 % हार्ट ब्लॉकेज भी हैं. ऊपर से हाईपर टेंशन और डायबिटीज के भी मरीज निकले. इन सब बातों को देखते हुए हमने इनका 2 इंच का चीरा (incision) लगाकर ऑपरेशन किया. वैसे अमूमन किसी भी सामान्य मरीज़ की सर्जरी (Hip Transplant) में 5 से 7 इंच का चीरा लगता है.’
छोटे कट वाली सर्जरी से इंफेक्शन का खतरा कम
डॉ मिश्रा ने कहा कि छोटे से कट वाली सर्जरी का फायदा यह भी है कि इससे मरीज का खून कम बहता है, इन्फेक्शन का खतरा भी कम रहता है. साथ ही मरीज की रिकवरी भी जल्दी हो जाती है. डॉक्टरों ने कहा कि कूल्हे का आपरेशन (Hip Transplant) सबसे जटिल आपरेशन में माना जाता है. 90 वर्ष की उम्र से ज्यादा के मरीज में इस सर्जरी को करना तो और भी मुश्किल काम है. ऐसे में सबसे छोटे कट से ऑपरेशन का रिकॉर्ड तो अहम है ही, इस सर्जरी का कामयाब होना भी कई बुजुर्ग मरीजों के लिए राहत की बात है. ज्योत सिंह के नाती धीरज ने कहा कि उन्होंने नाना के बचने की उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन भगवान को कुछ ओर ही मंजूर था.
ZEE