अररिया। एक सप्ताह पूर्व आई बाढ़ से अररिया, सिकटी, पलासी, जोकीहाट सहित जिले के अधिकांश प्रखंडों में धान की फसल क्षति हुई है।
कोरोना वैश्विक महामारी के बीच आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान इस समस्या के कारण लागत पूंजी भी नहीं निकाल पाएंगे। बाढ़ के पानी से अररिया प्रखंड के बीचों-बीच बहने वाली परमान नदी के आसपास के क्षेत्र में पड़ने वाले किस्मत खवासपुर, बटुरबाड़ी, झमटा, बोची, बसंतपुर, आदि पंचायतों के दर्जनों एकड़ में लगे धान की अच्छी फसल को नुकसान पहुंचा है। इससे प्रभावित किसान हताश हो चुके हैं। किसानों ने बताया कि बड़ी मुश्किल से कोरोना काल में धान की खेती की थी। ऐसे में बाढ़ से उनलोगों की लहलहाती फसल बर्बाद हो चुकी है। एक तरफ जहां लागत पूंजी डूब चुकी है वहीं साहूकारों की कर्ज चुकता करना भी बोझ बन चुका है। पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी से बर्बाद हुए धान की फसल की जांचकर उचित मुआवजा देने की मांग की है। इधर अररिया कृषि पदाधिकारी अमरनाथ ठाकुर ने बताया कि अब तक कृषि सलाहकार के माध्यम से इस तरह की सूचनाएं नहीं प्राप्त हुई है। प्रभावित किसान से शिकायत मिलने पर विभाग के वरीय पदाधिकारियों को जानकारी देने की बात कही।